जी हां अब वो दिन दूर नहीं जब 5G का सपना सिर्फ सपना नहीं हक़ीक़त बन जाएगा, आज केंद्रीय कैबिनेट की अहम बैहक में 5G तकनीक को अमल में लाने के लिए स्पेक्ट्रम नीलामी को लेकर हरी झंडी दे दी गई जिसके बाद नीलामी के लिए ज़रूरी प्रक्रिया जैसे आवेदन और उससे जुड़े नियम भी जारी कर दिए गए हैं जिससे इच्छुक टेलिकॉम कंपनियां आवेदन जल्द से जल्द कर सकें, अगले 20 सालों के लिए 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी को मंजूरी मिलने से इंटरनेट के छेत्र में इसे एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखा जाएगा।
5G टेस्टिंग लैब पहले से हैं तैयार
मोबाइल या दूसरे उपकरणों में 5G तकनीक कैसे काम करेगी इसके लिए देश के पांच IIT सेंटर्स पर 5G की टेस्टिंग लैब तैयार की गई है जिसपर कंपनियां अपने प्रोडक्ट्स को टेस्ट भी कर रही है।
4G के मुक़ाबले 5G की स्पीड कितनी ज़्यादा?
लोगों के ज़हन में ये सवाल ज़रूर आता है कि 4G के मुक़ाबले 5G की स्पीड कितनी ज़्यादा होगी तो इसका जवाब ये है कि 120 मिनट के वीडियो को 5 सेकंड्स में ही डाउनलोड किया जा सकेगा, 4G के मुक़ाबले 5G नेटवर्क की स्पीड 100 गुना ज़्यादा मिल सकती है अगर 4G नेटवर्क पर यूजर्स को 100Mbps तक की स्पीड मिलती है, तो 5G की क्षमता 10Gbps तक हो सकती है।
किन किन छेत्रों में 5G का इस्तेमाल?
5G स्पीड नेटवर्क का इस्तेमाल न सिर्फ मोबाइल के इस्तेमाल के लिए होगा बल्कि इसका ज़्यादा इस्तेमाल कंप्यूटेराइज़्ड ऑनलाइन टेक्नोलॉजी में ज़्यादा किया जा सकेगारोबॉटिक सिस्टम से लेकर, हाई स्पीड ट्रेन में भी होगा 5G का इस्तेमाल यही नहीं ऑटोमोटिव, हेल्थकेयर, कृषि, ऊर्जा,मशीन से मशीन के बीच संचार जैसे छेत्रों में 5G का इस्तेमाल हो सकेगा.
Source : Sayyed Aamir Husain