पाकिस्तान की आधिकारिक डाक सेवा 'पाकिस्तान पोस्ट' को पिछले 10 वर्षो में 61 अरब रुपये का नुकसान हुआ है. एक संसदीय समिति को शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी गई. पाकिस्तान के डाक सेवा मंत्रालय ने संस्था के प्रदर्शन के संबंध में आंकड़े प्रस्तुत करते हुए सीनेट की स्थायी समिति को बताया कि वर्ष 2008-2009 में 14 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था, जो 2018-2019 तक बढ़कर कुल 61 अरब रुपये हो गया.
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, समिति के अध्यक्ष सीनेटर मियां अतीक ने कहा कि पाकिस्तान पोस्ट की स्थिति पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) से अलग नहीं है. पीआईए सरकारी एयरलाइंस है, जो एक दशक से अधिक समय से भारी नुकसान का सामना कर रही है.
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समिति ने डाक सेवा मंत्री मुराद सईद के साथ ही डाक सेवा सचिव की इस मौके पर अनुपस्थिति को लेकर भी रोष व्यक्त किया और घोषणा की कि वह इस मामले को सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी के साथ उठाएगी.
पाकिस्तान मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को लेकर गतिरोध कायम
इधर, पाकिस्तान में मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयोग के दो सदस्यों की नियुक्ति को लेकर शुक्रवार को भी गतिरोध बना रहा. पाकिस्तानी सरकार शुक्रवार को ईसीपी सचिव बाबर यकूब फतेह मोहम्मद को सीईसी नियुक्त करने के अपने फैसले पर अड़ी रही. वहीं विपक्ष इसका कड़ा विरोध कर रहा है. डॉन न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले में नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर मैदान में कूद गए और एक सूत्रधार की भूमिका निभाने की कोशिश की, लेकिन उनके प्रयासों से कोई फायदा नहीं मिल सका.
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मानवाधिकार मंत्री डॉ. शिरीन मजारी की अध्यक्षता में सीईसी और ईसीपी सदस्यों की नियुक्ति संबंधी संसदीय समिति तय कार्यक्रम के अनुसार बैठक नहीं कर सकी और इसकी बैठक सोमवार तक के लिए टाल दी गई. यह बैठक के लिए एक हफ्ते में तीसरा स्थगन है.
Source : आईएएनएस