देश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 74 लाख के पार चली गई है, वहीं संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या भी 65 लाख से अधिक हो गई है. इस प्रकार संक्रमण से स्वस्थ होने वालों की दर 87.78 प्रतिशत हो गई है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को सुबह आठ बजे जारी अद्यतन आंकडों के अनुसार, कोविड-19 के 62,212 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 74,32,680 हो गए हैं, वहीं संक्रमण से 837 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,12,998 हो गई है.
मंत्रालय ने कहा कि डेढ़ माह में पहली बार उपचाराधीन लोगों की संख्या आठ लाख के नीचे आई है. वेबसाइट वर्ल्डोमीटर के अनुसार, संक्रमण के अब तक आए कुल मामलों की संख्या और मौजूदा उपचाराधीन मामलों की संख्या के लिहाज से भारत दुनिया में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर है. स्वस्थ हुए लोगों की संख्या के मामले में भारत प्रथम स्थान पर है, वहीं संक्रमण से मौत के मामले में वह अमेरिका और ब्राजील के बाद तीसरे स्थान पर है.
देश में कोरोना वायरस के संक्रमण का इलाज करा रहे रोगियों की संख्या लगातार नौवें दिन नौ लाख से नीचे रही है. देश में 7,95,087 लोगों का संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कुल मामलों का 10.70 प्रतिशत है वहीं 65,24,595 लोग अब तक संक्रमण मुक्त हो चुके हैं . संक्रमण से मृत्यु दर 1.52 प्रतिशत हो गई है. भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे, जबकि 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख और 11 अक्टूबर को 70 लाख को पार कर गए.
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, 16 अक्टूबर तक कुल 9,32,54,017 नमूनों की जांच की जा चुकी है, जिनमें से शुक्रवार को 9,99,090 नमूनों की जांच की गई. संक्रमण से मौत के 837 नए मामलों में से महाराष्ट्र में 306, कर्नाटक में 73, पश्चिम बंगाल में, 61, तमिलनाडु में 57, उत्तर प्रदेश में 46 और छत्तीसगढ़ में 40 लोगों की मौत हो गई है.
देश में संक्रमण से हुई कुल 1,12,998 मौतों में महाराष्ट्र में 41,502, तमिलनाडु में 10,529, कर्नाटक में 10,356, उत्तर प्रदेश में 6,589, आंध्र प्रदेश में 6,382, दिल्ली में 5,946, पश्चिम बंगाल में 5,931, पंजाब में 3,980 और गुजरात में 3,617 लोगों की मौत हुई. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण से मरने वाले 70 प्रतिशत से अधिक लोग अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे. मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट में कहा, ‘‘हमारे आंकड़ों का मिलान भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के आंकड़ों के साथ किया जा रहा है.’’
Source : News Nation Bureau