कोविड-19 महामारी ( Covid-19 Pandemic ) के चलते विभिन्न देशों में फंसे भारतीयों की देश वापसी के लिए चलाए गए 'वंदे भारत मिशन' ( vande bharat mission ) के जरिए 6.7 करोड़ भारतीयों को वापस लाया गया है. नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ( Civil Aviation Minister Hardeep Singh Puri ) ने ट्वीट कर कहा, "यह सिर्फ दुनिया भर में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने का मिशन नहीं है, बल्कि यह मिशन आशाओं और खुशी का मिशन रहा, जिसने लोगों को बताया कि इस संकट के समय में भी वे अकेले नहीं है. 6.75 करोड़ लोगों की वापसी के बाद भी यह जारी है..".
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भारत ने अपने फंसे हुए नागरिकों को विदेश से वापस लाने के लिए 7 मई 2020 से दुनिया का सबसे बड़ा अभियान शुरू किया था. इस योजना के तहत 1.9 लाख से ज्यादा भारतीय नागरिकों को वापस लाने की योजना बनाई गई थी.
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इस मिशन में पहले एयर इंडिया और उसकी सब्सिडियरी एयर इंडिया एक्सप्रेस ने अहम भूमिका निभाई. बाद में अन्य एयरलाइन कंपनियां भी इसमें शामिल हुईं. भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए हवाई मार्ग के साथ-साथ नौसेना के जहाजों का भी उपयोग किया गया था.
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बता दें कि साल 2020 में 7 मई से ये काम शुरु हो चुका था. इस कड़ी में नौसेना का एक जहाज़ मालदीव से 700 से ज़्यादा नागरिकों को वापस लाने का मिशन शुरू कर चुका है. इसके लिए विदेशों में फंसे लोगों को वहां मौजूद भारतीय दूतावास में अपना पंजीकरण कराना था. इसमें गर्भवती महिलाओं, छात्रों, वीज़ा अवधि समाप्त हो चुके लोगों और मेडिकल इमर्जेंसी वाले मामलों को प्राथमिकता के साथ वापस लाया गया है.
HIGHLIGHTS
- 'वंदे भारत मिशन' के जरिए 6.7 करोड़ भारतीयों को वापस लाया गया है
- 7 मई 2020 से दुनिया का सबसे बड़ा अभियान शुरू किया था
- 1.9 लाख से ज्यादा भारतीय नागरिकों को वापस लाने की योजना बनाई गई थी