लीबिया में भारत के 7 लोगों को आतंकवादियों ने अगवा कर लिया है. यह भारतीय नागरिक लीबिया में काम करने के लिए गए थे, जहां से आतंकवादी संगठन ने उन्हें अगवा कर लिया है. पता चला है कि आतंकवादी ने इन भारतीयों को छोड़ने के लिए फिरौती की मांग की है. बताया जा रहा है कि अपहरण किए गए भारतीय नागरिक उत्तर प्रदेश के कुशीनगर, देवरिया और बिहार के रहने वाले हैं. इस घटना का तब पता चला है जब उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के एक निवासी ने दिल्ली के प्रसाद नगर थाने में ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई.
यह भी पढ़ें: इमरान खान के बड़े बोल...कारगिल हमले पर कह गए बड़ी बात
शिकायत में महाराजगंज में कोठी भार थाने के तहत बैजनाथ पुर गांव के निवासी लल्लन प्रसाद ने यह दावा किया है कि लीबिया में काम कर रहे उसके रिश्ते के भाई को वहां किसी आतंकवादी संगठन ने अगवा किया है. अगवा किया गया युवक कुशीनगर का रहने वाला है. उसने यह भी दावा किया है कि उनके रिश्तेदार मुन्ना चौहान के अलावा छह अन्य भारतीयों को भी अगवा किया गया है.
उधर, मीडिया रिपोर्ट्स से यह पता चला है कि आतंकवादियों ने लीबिया में अगवा भारतीयों की कंपनी से 20 हजार डॉलर की फिरौती मांग रहे हैं. बताया जा रहा है कि मुन्ना चौहान को सितंबर 2019 में दिल्ली स्थित एनडी एंटरप्राइजेज ट्रेवल एजेंसी के माध्यम से आयरन वेल्डर के रूप में लीबिया भेजा गया था. 13 सितंबर 2020 को उसका वीजा खत्म हो गया, जिसकी वजह से उसे वापस लौटना था, मगर इससे पहले मुन्ना समेत 7 भारतीयों का अपहरण हुआ है.
यह भी पढ़ें: पेरिस और आस-पास के इलाकों में सुनी गई धमाके की आवाज, इमारतें हिली
इस मामले को लेकर कुशीनगर के पुलिस अधीक्षक विनोद सिंह ने कहा, 'कुशीनगर के एक निवासी को लीबिया में अगवा किए जाने का मामला मुझे पता चला है. उन्होंने कहा कि पुलिस अगवा किए गए युवक के परिवार के साथ संपर्क में है.' वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि उसे इस बारे में एक शिकायत मिली है, पर अभी इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. हालांकि विदेश मंत्रालय का सात भारतीयों को अगवा किए जाने के संबंध में कोई बयान अभी नहीं आया है.