हर साल 26 जनवरी के दिन पूरे भारत में गणतंत्र दिवस मनाया जाता है. शनिवार को हम अपना 70वां गणतंत्र दिवस मनाएंगे. इस बड़े अवसर पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा देश के मुख्य अतिथि होंगे. भारत के गणतंत्र दिवस में शामिल होने वाले अतिथियों में राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के अलावा उनकी पत्नी डॉ. शेपो मोसेपे, नौ मंत्रियों सहित उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल, दक्षिण अफ्रीका के वरिष्ठ अधिकारी और 50 सदस्यों का व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल भी होगा.
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अंग्रेजों के चंगुल से छूटने के बाद आजाद देश को नियमों के अनुसार चलाने के लिए भारत का संविधान लिखा गया. संविधान के निर्माता डॉ भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में कई लोगों की कड़ी मेहनत के बाद हमारे देश के संविधान को लिखे जाने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा. जिसके बाद संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था. जिसके बाद से ही हर साल हम इस दिन गणतंत्र दिवस मनाते हैं. आज हम आपको देश के गणतंत्र दिवस की कुछ खास बातें बताने जा रहे हैं.
- 26 जनवरी 1950 के दिन सुबह 10:18 बजे देश के संविधान को लागू कर दिया गया था.
- गणतंत्र दिवस के मौके पर परेड निकालने की परंपरा 1955 से शुरू हुई थी.
- भारतीय संविधान की दो हस्तलिखित प्रतियां हैं, जो हिंदी और अंग्रेजी में लिखी गई थीं.
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने 26 जनवरी 1930 को ही भारत की आजादी की घोषणा की थी. इस दिन को पूर्ण स्वराज दिवस के रूप में भी मनाया जाता है. इसी दिन को ध्यान में रखते हुए संविधान को 26 जनवरी को लागू किया गया था.
- हत्सलिखित संविधान की दोनों प्रतियां संसद भवन में सुरक्षित हैं.
- आजाद भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाऊस में 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी.
- गणतंत्र दिवस के मौके पर देश के राष्ट्रपति तिरंगा फहराते हैं और उन्हें 21 तोपों की सलामी दी जाती है.
- भारत के प्रधानमंत्री अमर ज्योति पर देश के लिए बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धाजंलि देते हैं.
Source : News Nation Bureau