कभी आप सोच सकते हैं कि 74 साल की महिला बच्चे को जन्म दे सकती है वो भी एक नहीं बल्कि जुड़वा. लेकिन विज्ञान ने एक बुजुर्ग महिला को जो संतान के लिए तड़प रही थी वो पूरी कर दी. 74 साल की मंगायम्मा ने इस उम्र में जुड़वा बच्चे को जन्म देकर बड़ी जिम्मेदारी लेने की मिसाल कायम की है. गुरुवार को 10.30 बजे मंगायम्मा ने बच्चे को जन्म दिया. हालांकि सिजेरियन के जरिए जुड़वा बच्चे को इस दुनिया में लाया गया.
मंगयम्मा ने इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) प्रक्रिया के जरिए गर्भ धारण किया था और चार डॉक्टरों की एक टीम ने ऑपरेशन कर उनकी गोद में एक नहीं बल्कि जुड़वां बच्चे सौंप दिए.
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जुड़वा बच्चों की किलकारी गूंजेगी आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले के नेललापतीर्पाडू की रहने वाली मंगायम्मा और उनके पति वाई राजा राव (80 साल) के घर. शादी के 54 साल बाद भी दंपति की कोई संतान नहीं थी. काफी इलाज कराया. लेकिन जब फायदा नहीं हुआ.
गुंटूर के आईवीएफ विशेषज्ञों ने बुजुर्ग महिला को ममता से नवाजा
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार दोनों ने आईवीएफ का सहारा लेने का फैसला किया. पिछले साल के अंत में नर्सिंग होम में दोनों ने गुंटूर के आईवीएफ विशेषज्ञों से संपर्क किया और गुरुवार को जुड़वां बच्चों को जन्म दिया.
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डॉक्टरों ने रखा पूरा ध्यान
चार डॉक्टरों की एक टीम ने सिजेरियन ऑपरेशन किया. डॉक्टरों की टीम का नेतृत्व करने वाले उमाशंकर ने कहा कि मां और बच्चे दोनों स्वस्थ और ठीक हैं. नर्सिंग होम ने इस दौरान दंपति की मदद करने का फैसला किया. डॉक्टर नियमित रूप से मंगायम्मा के स्वस्थ्य पर नजर बनाए हुए थे. यहां तक कि नर्सिंग होम ने प्रसव से पहले दंपती के सत्कार की व्यवस्था की.