7th Indian Mobile Congress 2023: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रगति के भारत मंडपम में 7वीं भारतीय मोबाइल कांग्रेस-2023 का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम के तहत पीएम ने देशभर में शैक्षणिक संस्थानों को 100 ‘5जी यूज केस लैब्स’ प्रदान की. इन लैब्स में ‘100 5जी लैब्स पहल’ के तहत विकसित किया गया है. 5जी अनुप्रयोगों के विकास को प्रोत्साहन को लेकर 5जी तकनीक से मिलने वाले अवसरों को साकार करने की कोशिश होगी. इस तरह से भारत वैश्विक मांगों को पूरा कर सकेगा. इस पहल से शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, बिजली, परिवहन जैसे क्षेत्रों में नए प्रयोगों को बढ़ावा मिलेगा.
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इस दौरान पीएम ने कहा, भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में युवा अपने उद्यम, गति और ऊर्जा के बदल बेहद नए समाधानों को लाने में सक्षम होंगे. पीएम बोले, हमारे स्टार्टअप इकोसिस्टम का महत्व तेजी से बढ़ रहा है. हम दुनिया के शीर्ष 3 स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक हैं. IMC 2023 ने भारतीय स्टार्टअप्स को बढ़ने में करने को लेकर एस्पायर प्रोग्राम को लॉन्च किया. 2014 से पहले हमारे पास कुछ सौ स्टार्टअप थे. अब हमारे पर लााखों स्टार्टअप हैं.
पीएम मोदी ने कहा, इंटरनेट कनेक्टिविटी और इसकी गति से जीवन को जीने में आसानी होती है. छात्र शिक्षकों को अपनी समस्याएं बताते हैं. मरीज डॉक्टरों से से राय ले सकते हैं, किसान खेती की नई तकनीक को समझने में मदद मिल सकती है. इंटरनेट कनेक्टिविटी, स्पीड का सामाजिक के आर्थिक प्रभाव भी देखने को मिलता है. तकनीक को सुलभ बनाने पर पीएम मोदी ने कहा कि उनका पूरा फोकस तकनीक के लोकतंत्रीकरण और सामाजिक न्याय की दिशा में है. हर नागरिक तक पूंजी, संसाधन और तकनीक तक पहुंच इस सरकार की खास प्राथमिकताओं में से एक है.
पीएम मोदी ने कहा कि देश में इंटरनेट स्पीड बीते साल औसत ब्रॉडबैंड स्पीड से करीब तीन गुना तेजी से बढ़ी है. वैश्विक इंटरनेट स्पीड के मामले में भारत काफी समय तक 118वें स्थान पर पहुंचा. अब 5G की वजह से यह 40वें स्थान पर आ गया है. पीएम के अनुसार, भारत 6जी पर विश्व का नेतृत्व करने वाला है. 5जी लॉन्च को लेकर एक साल के अंदर 4 लाख से अधिक बेस स्टेशन तैयार किए गए हैं. यह 80 फीसदी आबादी और 97 फीसदी ग्राहकों को कवर करता है.