हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से सोमवार को 8 लोगों की मौत हो गई और स्कूली बच्चों समेत सैकड़ों लोग राज्य में जगह-जगह फंस गए. अधिकारियों ने कहा कि लगातार तीसरे दिन मूसलाधार बारिश से हुए भूस्खलन के कारण 200 से ज्यादा सड़क मार्ग बाधित हुए हैं. मंडी शहर से बाहर चंडीगढ़-मनाली राजमार्ग और पठानकोट-चंबा राजमार्ग प्रभावित हुए हैं. मनाली, चंबा और डलहौजी शहर राज्य के बाकी हिस्सों से कट गए हैं.
लाहौल स्पीति में आईआईटी रूड़की के 35 छात्रों सहित कुल 45 लोग लापता बताए जा रहे हैं। अंकित भाटी नाम के छात्र के पिता राजवीर सिंह ने कहा कि वे सभी छात्र कुल्लु में ट्रेकिंग के लिए गए थे और मनाली से लौटने वाले थे लेकिन अब उनका कोई संपर्क नहीं हो रहा है।
रविवार रात को मनाली के समीप उफनती व्यास नदी में वाहन गिर जाने के कारण तीन लोग बह गए. मणिकर्ण घाटी की पार्वती नदी में दो लोग बह गए जबकि बजौरा के समीप एक लड़की की मौत हो गई. दोनों घटनाएं कुल्लू में हुईं. कुल्लू अचानक आई बाढ़ से सबसे प्रभावित जिलों में से एक है.
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कांगड़ा जिले के पालमपुर शहर के समीप उफनाई छोटी नदी में एक शख्स डूब गया जबकि उना जिले में एक फैक्ट्री की इमारत के नदी में बह जाने के कारण एक की मौत हो गई. चंबा जिले में करीब एक हजार स्कूली बच्चों को चंबा के होली इलाके के सुरक्षित स्थानों में भेजा गया है. वे 23वें जिला प्राथमिक स्कूल खेल टूर्नामेंट के लिए इकठ्ठा हुए थे. लगातार तीसरे दिन मूसलाधार बारिश के बाद राज्य की 200 से ज्यादा आंतरिक सड़कों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है, जिससे यात्री और अन्य लोग फंस गए हैं.
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गौरतलब है कि देश के कई राज्यों में लौटता हुआ मॉनसून भारी तबाही मचा रही है, जिसकी वजह से जन-जीवन अस्त-व्यस्त है. हिमाचल प्रदेश के अलावा जम्मू-कश्मीर और केरल में जाते हुए मॉनसून की मार पड़ रही है. जिसकी वजह आम जन-जीवन रुक सा गया है. जम्मू कश्मीर का हाल भी बेहाल है, जहां नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसके साथ ही मौसम विभाग ने केरल के कई जिलों में अगले दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी करते हुए भारी बारिश की चेतावनी दी है.
Source : IANS