रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि ओआरओपी लागू होने से 95 प्रतिशत रिटायर्ड सैन्यकर्मियों को लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि बाकी के पांच प्रतिशत लोग जिन्हें समस्या आ रही है उसका समाधान अगले दो माहीने में कर दिया जाएगा।
पर्रिकर ने कहा कि चार-पांच फीसद को जो समस्या आ रही है उसकी वजह है कि उनका रिकॉर्ड नहीं मिल रहा है। इसके अलावा इनमें से कुछ पूर्व सैनिक 1962 के भारत-चीन युद्ध के हैं। सरकार इन्हें ओआरओपी के दायरे में लाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है।
रक्षा मंत्री की यह टिप्प्णी ऐसे समय में आयी है जबकि कथित रूप से ओआरओपी मुद्दे को लेकर एक पूर्व सैन्यकर्मी की आत्महत्या पर विवाद छिड़ गया है तथा भाजपा एवं कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के बीच इस बात को लेकर राजनीतिक लड़ाई चल रही है।
उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों के संगठन ओआरओपी से संतुष्ट हैं जबकि राजनीति में लिप्त पूर्व सैनिकों को संतुष्ट नहीं किया जा सकता।
पर्रिकर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘एक रैंक एक पेंशन लागू होने के बाद 95 प्रतिशत से अधिक लोग पूर्व सैन्यकर्मी इस बढ़ी पेंशन से लाभ पा रहे हैं। केवल 4.5 प्रतिशत हैं जिन्हें उनकी पेंशन ओआरओपी के अनुसार मिलने में दिक्कत हो रही है।’
Source : News Nation Bureau