रूस में भारतीयों को जबरन रूसी आर्मी में भर्ती कर यूक्रेन जंग में भेजने का मामला सामने आया है, जिसमें पांच भारतीय पंजाब से और दो हरियाणा से हैं. उन्होंने इस बात का खुलासा करते हुए कहा कि नौकरी के नाम पर गए भारत के कई नौजवान रूस में फंस चुके हैं. पंजाब के नौजवान ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाते हुए कहा है कि शायद यह उनका आखिरी वीडियो हो... इस मामले का खुलासा करते हुए पंजाब के होशियारपुर के हाल्टा गांव में रहने वाले गुरप्रीत सिंह के परिजनों न बताया कि वह घर से रशिया के लिए 27/12/23 को निकला था . 90 दिन के वीजे में रशिया कानून मुताबिक उन्हें केवल 16 दिन ही रहना था, वे बिना जानकारी वे बेलारूस के लिए निकल गए. यहां उन्हें पुलिस ने बिना वीजा के पकड़ कर वापस रशिया पुलिस हवाले कर दिया. यहां उन पर दबाव बनाया गया कि अगर वह रशियन आर्मी जॉइन नहीं करते तो उन्हें 10 साल के लिए जेल में भेज दिया जाएगा. इसी वजह से उन्हें रशियन आर्मी जॉइन करनी पड़ी. गुरप्रीत व अन्य ने आर्मी ज्वाइन कर ली और उन्हों 15 दिन की आर्मी ट्रेनिंग दी गई. लेकिन अब उन्हें यह डर सता रहा है कि उन्हें एक दो दिन में यूक्रेन भेज दिया जायेगा. उन्हें अपनी जान का खतरा है . गुरप्रीत सिंह के परिजनों ने भारत सरकार से उन्हें वापस भारत लाने की गुहार लगाई है.
विदेश से गुरप्रीत सिंह के साथी गगनदीप सिंह फोन पर बताया कि बेलारूस पुलिस ने हमें पकड़ कर रशिया आर्मी के हवाले कर दिया. वहां हमें दो दिन बंद कमरे में रखा गया. वहां हमें रशिया आर्मी ज्वाइन करने के लिए लालच दिया गया परंतु जब हमारी तरफ से मना कर दिया गया! उसके बाद हम पर दबाव बनाया गया कि अगर वह आर्मी जॉइन नहीं करते उनको 10 साल की सजा काटनी पड़ेगी. हमने उनकी बहुत मिन्नतें की पर वह नहीं माने. इसी वजह से उन्हें रशियन आर्मी जॉइन करनी पड़ी. उन्हें बताया गया कि उन्हें जंगल में बतौर हेल्पर रखा जाएगा. परंतु बाद में होने 6-7 दिन की ट्रेनिंग देने के बाद यूक्रेन जंग कैंप में भेज दिया! गुरप्रीत सिंह ने बताया कि हमारे साथ वालों को यूक्रेन जंग में फ्रंट लाइन में भेजा जा चुका है. इसके बाद अब हमारी बारी है. हमें किसी भी समय यूक्रेन जंग में लड़ने के लिए भेजा जा सकता है. हम यहां नहीं रहना चाहते. हमें जल्द से जल्द जहां से निकल जाए. यहां बहुत से लोग मारे जा चुके हैं. इस कैंप में पांच भारतीय पंजाब से दो हरियाणा के अलावा वह भी बहुत से भारतीय फंसे हुए हैं. उन्हें जबरन यूक्रेन जंग में भेजा जा रहा है और उन सब की जान को खतरा है.
मामला पंजाब के जिला हुशियारपुर के गांव हाल्टा से है. यहां के नौजवान गुरप्रीत सिंह जो विदेश में में सेटल होने के लिए पिछले लंबे समय से अपनी ट्रैवल हिस्ट्री तैयार कर रहा था, जिसके लिए वे कई बार अलग अलग जगहों का विदेशी दौरा कर चुका है . लेकिन इस बार का रूस टूर गुरप्रीत सिंह के लिए आफत बन गया.
Source : News Nation Bureau