पंजाब के अमृतसर में BSF के जवानों के बीच गोलीबारी की खबर है. अब तक की जानकारी के मुताबिक फायरिंग की इस घटना में 5 जवानों की मौत हो गई है, जबकि 1 जवान घायल बताए जा रहे हैं. घटना रविवार सुबह की बताई जा रही है. सभी घायलों को अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां सभी का इलाज चल रहा है. घटना की सूचना मिलने के बाद मृतक और घायल जवानों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इसके अलावा अमृतसर के खासा में ही एक बीएसएफ अफसर ने भी आत्महत्या कर ली है। बीएसएफ के अफसर इस मामले की जांच में जुटे हैं।
5 troops were injured today due to fratricide committed by Ct Satteppa SK at HQ 144 Bn Khasa, Amritsar. Ct Satteppa S K was also injured. Out of the 6 injured, 5 troops incl Ct Satteppa, have lost their lives, one critical. A court of inquiry has been ordered: BSF pic.twitter.com/d17FzAdFkl
— ANI (@ANI) March 6, 2022
घटना के बाद BSF ने एक बयान जारी कर बताया कि अमृतसर के बीएसएफ मुख्यालय 144 बीएन खासा में सीटी सत्याप्पा एसके की ओर से गई गोलीबारी की वजह से आज 5 जवान घायल हो गए थे. इस घटना में सीटी सत्तेप्पा एसके भी घायल हो गए थे. 6 घायलों में से सीटी सत्तेप्पा सहित 5 सैनिकों की मौत हो गई गई है, जबकि एक की हालत गंभीर है. इसके साथ ही बीएसएफ ने मामले की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए गए हैं. गौरतलब है कि भारतीय अर्धसैनिक बलों में अक्सर जवानों के बीच आपसी गोलीबारी की खबरें आती रहती हैं. ऐसी कुछ खबरें हम आपको बताने जा रहे हैं कि कब-कब और कहां-कहां इस तरह की घटनाएं घटी.
सीआरपीएफ जवान ने की चार साथियों की हत्या
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के बस्तर क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की 50 वीं बटालियन के एक शिविर में सीआरपीएफ के जवान रितेश रंजन ने अपने साथियों पर एके-47 राइफल से गोली चला दी थी। इस घटना में चार जवान धनजी, राजीव मंडल, राजमणि कुमार यादव और धर्मेंद्र कुमार की मौत हो गई थी और तीन अन्य जवान धनंजय कुमार सिंह, धरमात्मा कुमार और मलय रंजन महाराणा घायल हो गए थे। घटना के बाद बताया गया कि गोलीबारी की घटना को अंजाम देने वाला जवान डिप्रेशन में था, जिस वजह से अचानक उसने मनोवैज्ञानिक असंतुलन खोकर घटना को अंजाम दे दिया।
जवान ने अधिकारी को गोली मारी, फिर खुद पर भी दागी गोली
छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की सीमा पर स्थित बीजापुर जिले के कोंटा से सटे मुलुग जिले में सीआरपीएफ कैंप में आपसी संघर्ष के दौरान एक एएसआई की मौत हो गई. सीआरपीएफ 39 बटालियन के एक हेड कॉन्स्टेबल स्टीफन ने अपनी सर्विस राइफल से कैंप में ही पोस्टेड एएसआई उमेश चंद्र पर गोलियां दाग दी थी, जिससे एएसआई की मौके पर ही मौत हो गई. उमेश चंद्र को गोली मारने के बाद उसने खुद पर भी गोली चलाकर आत्महत्या का प्रयास किया है. तब बताया गया कि एएसआई उमेश चंद्र और हेड कॉन्स्टेबल स्टीफन के बीच कुछ विवाद हुआ था. इस के बाद घटी इस घटना में हेड कॉन्स्टेबल गंभीर रूप से घायल गए थे। वहीं, कुछ ही देर बाद घटना में घायल एएसआई की मौत हो गई थी।
जवानों के मध्य आपसी गोलीबारी से 06 की मौत, 02 गंभीर
अब से करीब दो वर्ष पहले छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिला मुख्यालय से करीब 60 किलोमीटर दूर कडेनार कैंप में आईटीबीपी 45 बटालियन के जवानों के बीच आपस में हुई गोलीबारी में 6 जवान मारे गए थे। वहीं, 2 जवानों को गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए थे।. घटना में पांच जवान की मौके पर ही मौत हो गई था। जबकि, तीन जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्होंने अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही एक और जवान ने दम तोड़ दिया था। वहीं, एक और जवान ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। गौरतलब है कि अकेले छत्तीसगढ़ में इस तरह की घटनाओं में सबसे ज्यादा सीआरपीएफ के 9 जवानों की मौत हुई है, जबकि आईटीबीपी के 6 और सीएएफ के 5 जवान हताहत हुए हैं. पिछले कुछ सालों में ऐसी ही घटनाओं में 20 से ज्यादा जवानों ने अपनी जान गंवाई है.
Source : News Nation Bureau