दिल्ली में शुक्रवार को मेयर चुनाव (Delhi MCD Mayor Elections) से पहले ही बवाल मच गया. सिविक सेंटर में आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने खूब हंगामा काटा. वे पीठासीन अधिकारी के मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ दिलाने से काफी नाराज थे. AAP पार्षदों की मांग थी कि पहले निर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाई जानी चाहिए. मतदान आरंभ होने से पहले AAP और भाजपा के पार्षदों में भिड़त भी देखने को मिली. इस बीच नारेबाजी के साथ पर्चे भी उछाले गए. भाजपा और आप के पार्षद एक दूसरे से बहसबाजी भी कर रहे थे. हंगामे को 'AAP ने भाजपा की 'गुंडागर्दी' बताया. वहीं भाजपा ने कहा कि आप डरी हुई है.
इस दौरान आप नेता और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली एमसीडी में भाजपा ने हर गंदी चाल चलने की कोशिश की और विफल रही- परिसीमन और चुनाव में देरी से लेकर अपने मित्र चाचा के कार्यालय का उपयोग करके संख्या बढ़ाने के लिए. उनका अंतिम उपाय गुंडागर्दी है, जिसे अब आप लोग अपने टीवी स्क्रीन पर देख सकते हैं. ये साफ करेंगे दिल्ली? ये खुद कचरा है."
गौरतलब है कि सबसे पहले उपराज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा पीठासीन अधिकारी भाजपा के सत्य शर्मा ने शपथ ग्रहण लिया. इसके बाद एलजी ने मनोनीत दस पार्षदों को शपथ दिलाई. तभी आप के कार्यकर्ताओं की ओर से नारे लगने लगे. उनकी मांग थी कि पहले चुने हुए पार्षदों को शपथ दिलानी चाहिए थी. इसके बाद भाजपा और आम आदमी पार्टी के कार्यकताओं के बीच मारपीट शुरू हो गई.