देश के बहुचर्चित और रहस्यमय आरुषि मर्डर केस में इलाहबाद हाई कोर्ट ने तलवार दंपत्ति को रिहा कर दिया। हाई कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि दोनों के खिलाफ सीधे तौर पर कोई ठोस सबूत नहीं हैं।
इस फैसले के बाद तलवार दंपति अब गाजियाबाद की डासना जेल से रिहा होंगे। इससे पहले सीबीआई कोर्ट ने तलवार दंपति को आरुषि और हेमराज के मर्डर के मामले में दोषी ठहराया था।
नोएडा के जलवायु विहार में 15-16 मई, 2008 की रात को आरुषि तलवार की हत्या कर दी गई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस के बाद केस की जांच सीबीआई को सौंपी गयी थी। गाजियाबाद स्थित सीबीआई की विशेष अदालत ने 26 नवंबर, 2013 को डॉ. राजेश तलवार और डॉ. नुपुर तलवार को उम्रकैद की सजा सुनाई थी।
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हत्याकांड के आधार पर मेघना गुलज़ार ने तलवार नामक फिल्म बनाई थी। फिल्म में तर्क दिया गया था कि आरुषि के माता-पिता उसकी हत्या में शामिल नहीं थे और न ही उन्हें पता था कि उस रात क्या हुआ था। ये फिल्म 2015 में रिलीज हुई थी।
Talwars acquitted by Allahabad High Court. pic.twitter.com/33q7NF6aOz
— Meghna Gulzar (@meghnagulzar) October 12, 2017
हाई कोर्ट के फैसले पर उन्होंने ख़ुशी जताई है। मेघना ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक फोटो पोस्ट की जिस पर लिखा था, 'जिस दिन समय ने आंखें खोली इंसाफ होगा।' फोटो के कैप्शन में उन्होंने लिखा है, ' इलाहाबाद हाई कोर्ट ने तलवार दंपत्ति को बरी कर दिया।'
Justice delayed is NOT justice denied. Overwhelmed and deeply relieved upon hearing the news of the acquittal. #AarushiVerdict #Talwars
— Vishal Bhardwaj (@VishalBhardwaj) October 12, 2017
फिल्मी पंडितों और दर्शकों के बीच सराही गयी फिल्म 'तलवार' के प्रोडूसर और लेखक विशाल भारद्वाज ने भी फैसले पर ख़ुशी जताई। विशाल ने ट्वीट किया, 'कानून के घर देर है अंधेर नहीं ! रिहाई की खबर से रहत महसूस कर रहा हूं।'
आरुषि के माता-पिता डॉ राजेश तलवार और नूपुर तलवार डासना जेल में बंद है और अपनी बेगुनाही साबित करने के लिए नौ सालों से अकेली लड़ाई लड़ रहे हैं। अकेली लड़ाई लड़ रहे हैं।
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मैं रणवीर सिंह को बहुत पसंद करता हूं - '1983' डायरेक्टर कबीर खान
Source : News Nation Bureau