2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा के 6 साल बाद भी नहीं पकड़ा जा सका पुलिस मुखबिर

2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा के 6 साल बाद भी नहीं पकड़ा जा सका पुलिस मुखबिर

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के फरार कथित मुखबिर साबिर खान पठान पर दो लाख रुपये के इनाम की घोषणा के छह साल बाद भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) उसका पता नहीं लगा पाई है।

पठान जम्मू-कश्मीर निवासी सैय्यद लियाकत शाह को झूठा फंसाने के आरोप में वांछित है, जिसे विशेष प्रकोष्ठ ने 2013 में हिज्बुल मुजाहिदीन का सदस्य होने के आरोप में गिरफ्तार किया था।

मामले की जानकारी रखने वाले एनआईए के एक अधिकारी ने कहा, पठान अभी भी फरार है। एनआईए ने सितंबर 2015 में मध्य प्रदेश निवासी पठान उर्फ मुन्ना के खिलाफ दो लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी। वह 2013 से फरार है।

एनआईए ने 2015 में अपने आरोप पत्र में भगोड़े पठान को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया था, जिसने कथित तौर पर शाह को आतंकवादी के रूप में पेश करने के लिए हथियार स्थापित (प्लांट) किए थे। एजेंसी ने जनवरी 2015 में शाह को आतंकी आरोपों से मुक्त कर दिया था और गृह मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट भी सौंपी थी, जिसमें शाह को निशाना बनाने के लिए कथित रूप से साजिश रचने के लिए दिल्ली पुलिस के कुछ अधिकारियों की जांच की अनुमति मांगी गई थी।

एनआईए ने अपनी चार्जशीट में पठान को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल का इनफॉर्मर कम फॉलोवर करार दिया है।

शाह को पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने 20 मार्च, 2013 को गिरफ्तार किया था, जब वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से नेपाल के रास्ते सुनौली सीमा पर कश्मीर घाटी लौट रहा था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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