राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े विद्यार्थी संगठन- अभाविप का 68 वां राष्ट्रीय अधिवेशन शुक्रवार से राजस्थान की राजधानी जयपुर में शुरू होने जा रहा है. शुक्रवार, 25 नवंबर को अभाविप के राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव शामिल होंगे. अधिवेशन के अंतिम दिन, 27 नवंबर को समापन समारोह में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शामिल होंगे. अभाविप के इस राष्ट्रीय अधिवेशन में पीएफआई पर भारत सरकार द्वारा लगाए गए बैन का समर्थन, जी-20 की भारत द्वारा अध्यक्षता के संदर्भ में वैश्विक स्तर पर भारत के बढ़ रहे प्रभाव और शिक्षा सहित कुल पांच मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए जाएंगे.
बताया जा रहा है कि इस अधिवेशन में सम्मिलित प्रतिनिधि शिक्षा क्षेत्र में विभिन्न परिवर्तनों की समसामयिक स्थिति पर चर्चा, संगठनात्मक लक्ष्यों का निर्धारण तथा देश के अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे.
68वें राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन शुक्रवार, 25 नवम्बर को उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर योगगुरु बाबा रामदेव शामिल होंगे. अधिवेशन के दूसरे दिन शनिवार, 26 नवंबर को विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें राष्ट्रीय अधिवेशन में देश भर से आए विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता अपने-अपने राज्यों के पारंपरिक परिधानों में सुसज्जित होकर हिस्सा लेंगे. अधिवेशन के अंतिम दिन, 27 नवंबर को प्रतिष्ठित प्राध्यापक यशवंत राव केलकर युवा प्रकार के लिए समारोह का आयोजन होगा. अंतिम दिन के इस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शामिल होंगे. इस वर्ष अभाविप का यह प्रतिष्ठित यशवंत राव केलकर युवा पुरस्कार, महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा जिले के युवा समाज सेवी नंद कुमार पालवे को निराश्रितों और मानसिक रूप से दिव्यांगो को पोषण, स्वास्थ्य एवं स्नेह देकर उनका सम्मान जनक पुनर्वास करने के उनके सराहनीय सेवा कार्य के लिए दिया जा रहा है.
अभाविप के इस 68 वें राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर जयपुर इंजीनियरिंग कॉलेज एवं रिसर्च सेंटर विश्वविद्यालय के परिसर को महाराणा प्रताप नगर नाम दिया गया है. इस नगर में विशाल सभागार का निर्माण किया गया है जिसका नाम गुरु तेग बहादुर के नाम पर रखा गया है. अधिवेशन में ही प्रदर्शनी लगाई गई है जिसका नाम श्री गोविंद गुरू के नाम पर रखा गया है. ध्वज मंडप पर ही चित्तौडगढ किले की आकृति बनाई गई है.
इस अधिवेशन में देश के सभी प्रदेशों से छात्र, शिक्षक तथा शिक्षाविदों की सहभागिता रहेगी. अधिवेशन के अंदर लघु भारत के अप्रतिम दर्शन होंगे जिनमें पूर्वोत्तर के नागालैंड, जम्मू कश्मीर के श्रीनगर और लद्दाख राज्य के कार्यकर्ता भी अपने पारंपरिक परिधानों में उपस्थित होंगे.
इससे पहले बुधवार, 23 नवंबर को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की केन्द्रीय कार्यसमिति की बैठक में राष्ट्रीय अधिवेशन की बैठक में होने वाली चर्चा के एजेंडे को अंतिम रूप दिया गया.
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Source : IANS