उत्तर प्रदेश में बूचड़खाने को बंद करने के लिये सरकार की कार्रवाई से फैली अफरा-तफरी के बीच सरकार की तरफ से सफाई आई है। सरकार में मंत्री और प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने साफ किया है कि वैध बूचड़खाने का मालिकों को लोगों को डरने की ज़रूरत नहीं है सरकार सिर्फ उन बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है जो अवैध हैं।
सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा, 'वैध बूचड़खानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। वैध लाइसेंस वाले बूचड़खाने चलाने वालों को डरने की जरूरत नहीं है। वैध बूचड़खानों को तय मानकों का पालन करना ही होगा।'
उन्होंने अधिकारियों को भी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा,‘जो निर्देश हैं, उसी के हिसाब से कार्रवाई की जाए। इस मामले में नेशनल ग्रीन ट्रीब्यूनल की ओर से भी आदेश जारी किया गया है। हमने काम शुरू कर दिया है और बिना कैबिनेट की बैठक के 150 फैसले लिए हैं।’
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उत्तर प्रदेश में सरकार की तरफ से अवैध बूचड़कानों को बंद किये जाने के विरोध में मांस कारोबारी पूरे राज्य में अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। इनकका आरोप है कि नगर निगम उनकी दुकान का लाइसेंस रिन्यूवल नहीं कर रहा है।
राज्य सरकार की इस कार्रवाई की गूंज संसद में भी सुनाई दी। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान यह मुद्दा हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने उठाया। उन्होंने कहा कि भैंस के मांस का निर्यात घटा है और चीन, भारत से भैंस के मांस के आयात को अनुमति नहीं दे रहा है।
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केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमन ने लोकसभा को जानकारी दी कि राज्य सरकार सिर्फ अवैध बूचड़खाने ही बंद कर रही है।
उन्होंने पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा, 'उत्तर प्रदेश में अवैध बूचड़खानों को बंद किया जा रहा है। मुझे लगता है कि माननीय सांसद भी नहीं चाहते होंगे कि अवैध बूचड़खाने चालू रहें।'
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री (आदित्यनाथ योगी) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अवैध बूचड़खानों की बात कर रहे हैं। इस पर दो राय नहीं है।"
चीन द्वारा भारत से भैंस के मांस के आयात को मंजूरी नहीं दिए जाने पर सीतारमन ने कहा कि कई अन्य चीजें भी हैं, जिनकी पहुंच चीनी बाजार तक नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस बारे में केंद्र सरकार चीन के संपर्क में है।
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कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के सवाल के जवाब में सीतारमन ने कहा कि वैश्विक आर्थिक स्थिति की वजह से पिछले कुछ वर्षो से निर्यात में गिरावट देखी गई है।
उन्होंने कहा, "साल 2014-15, 2015-16 के दौरान निर्यात में गिरावट रही। यदि आप मासिक निर्यात आंकड़ों पर गौर करें तो पता चलेगा कि स्थिति में सुधार हो रहा है।"
उन्होंने कहा, "निर्यात पर नोटबंदी का असर नहीं हुआ है।"
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आईएएनएस इनपुट के साथ
Source : News Nation Bureau