लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में दरार आती दिखाई दे रही है. पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने गुरुवार को सीएम ममता बनर्जी को आगामी लोकसभा चुनाव में उनके खिलाफ लड़ने की चुनौती दी है. आपको बता दें कि मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर से चौधरी पांचवीं बार सांसद हैं. चौधरी ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में मीडिया से बातचीत में कहा कि ममता ने प्रियंका गांधी वाड्रा को पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव लड़ने का सुझाव दिया था. उनके सुझाव पर चौधरी ने कहा, ‘आपने प्रियंका गांधी को पीएम के खिलाफ चुनाव लड़ने का सुझाव दिया है. मैं आपको इस बार मेरे खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहा हूं.’
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चौधरी का कहना है कि वे भी देखना चाहते हैं कि आप कितनी किस्मत वाली हैं. यह मत भूलिए कि 2019 में हमने आपकी कृपा से सीट नहीं पाई थीं.’ चौधरी के अनुसार, ममता ने पश्चिम बंगाल की दो लोकसभा सीटों बहरामपुर और मालदा दक्षिण से किसी भी उम्मीदवार को नहीं उतारने सहमति दी है. यहां पर 2019 में कांग्रेस के उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे.
चौधरी का कहना है कि हमने उन दो निर्वाचन क्षेत्रों से तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवारों को हराकर विजय हासिल की है. मेरी जीत तृणमूल कांग्रेस या सीएम की कृपा से नहीं पाई थी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अन्य निर्वाचन क्षेत्रों से भी अपने दम पर चुनाव लड़ने में सक्षम है.’
उन्होंने असम, मेघालय और गोवा में सीटों की तृणमूल की मांग पर मजाक उड़ाया. उन्होंने कहा कि याद रखें कि कांग्रेस के पास पश्चिम बंगाल में खोने को बिल्कुल भी नहीं है. हमारा दल राज्य इकाई सीपीआई (एम) की अगुवाई वाले वाम मोर्चे के संग सीट-बंटवारे को लेकर सहमत है.’
पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी का कहना है कि गठबंधन या सीट बंटवारे पर सहमति का आखिरी फैसला पार्टी आलाकमान के हाथ में होगा. आलाकमान ये तय करेगा कि ऑल इंडिया सेक्युलर फ्रंट वहां सहयोगी के तौर पर स्वीकार्य होगा या नहीं.’
Source : News Nation Bureau