नए कृषि कानून को लेकर किसानों का प्रदर्शन जारी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बटन दबाकर नौ करोड़ किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि अब भी बिचौलिए मौजूद हैं, किसानों को पूरी राशि नहीं मिलती है.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रदर्शनकारी किसानों के साथ आमने-सामने बात करने की हिम्मत मोदी जी में नहीं है. किसानों के बैंक खातों में 18,000 करोड़ रुपये सीधे हस्तांतरित करने की बात सरकार करती है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि बिचौलिए अभी भी मौजूद हैं और पूरी राशि किसानों तक नहीं पहुंचती है.
Modi Ji doesn't have the courage to talk face to face with the protesting farmers. Govt talks about Rs 18,000 cr being directly transferred to bank accounts of farmers. But, I want to say that middlemen still exist & the entire amount doesn't reach farmers: AR Chowdhury, Congress pic.twitter.com/d0SjCW5D87
— ANI (@ANI) December 25, 2020
मोदी ने पश्चिम बंगाल के किसानों को पीएम-किसान के लाभ से वंचित करने पर ममता पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम-किसान) के लाभ से पश्चिम बंगाल के 70 लाख से अधिक किसानों को वंचित रखने को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि राजनीतिक कारणों से वह ऐसा कर रही हैं. पीएम-किसान के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ की अगली किस्त जारी करने के बाद प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि जहां तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं वहीं पश्चिम बंगाल में इस योजना को राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित न किए जाने पर वहां कोई आंदोलन नहीं हो रहा है.
प्रधानमंत्री ने एक बटन दबा कर नौ करोड़ किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए. इस योजना के तहत हर साल तीन किस्तों में किसानों के खातों में 6000 रुपये भेजे जाते हैं। 2,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में भेजी जाती है. उन्होंने कहा कि पूरे हिंदुस्तान के किसानों को इस योजना का लाभ मिल रहा है. सभी विचारधारा की सरकारें, इससे जुड़ी हैं लेकिन लेकिन एकमात्र पश्चिम बंगाल है जहां के 70 लाख से अधिक किसान इस योजना के लाभ नहीं ले पा रहे हैं. उनको यह पैसे नहीं मिल पा रहे हैं, क्योंकि बंगाल की सरकार अपने राजनीतिक कारणों से इसे लागू नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि राज्य के किसानों को भारत सरकार से पैसा जाने वाला है और इसमें राज्य सरकार का कोई खर्चा नहीं है फिर भी उन्हें इस लाभ से वंचित रखा जा रहा हैं प्रधानमंत्री ने कहा कि कई किसानों ने भारत सरकार को इसके लाभ के लिए सीधी चिट्ठी भी लिखी है लेकिन राज्य सरकार उसमें भी रोड़े अटका रही है. मोदी ने वामपंथी दलों पर निशाना साधते हुए उनसे सवाल किया कि वे क्यों नहीं इस मुद्दे पर राजय सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आपके दिल में किसानों के लिए इतना प्यार था तो ...बंगाल आपकी धरती है...बंगाल में किसानों को न्याय दिलाने के लिए, पीएम-किसान के पैसे किसानों को मिले, इसके लिए क्यों आंदोलन नहीं किया? क्यों आपने आवाज नहीं उठाई? और आप वहां से उठकर पंजाब पहुंच गए. उन्होंने विपक्षी दलों पर पश्चिम बंगाल को बर्बाद करने का आरोप लगाया ओर कहा, ‘‘बड़ी पीड़ा के साथ कहना चाहता हूं. जिन लोगों ने 30 सालों तक बंगाल में राज किया, उन्होंने बंगाल की क्या हालत कर रखी है, यह सारा देश जानता है.
ममता बनर्जी के 15 साल पुराने भाषण सुनेंगे तो पता चलेगा कि इस विचारधारा वालों ने बंगाल का कया हाल कर रखा था. उन्होंने कहा कि स्वार्थ की राजनीति करने वालों को जनता बहुत बारीकी से देख रही है. जो दल पश्चिम बंगाल में किसानों के अहित पर कुछ नहीं बोलते वो दल यहां किसान के नाम पर दिल्ली के नागरिकों को परेशान करने में लगे हुए हैं, देश की अर्थनीति को बर्बाद करने में लगे हुए हैं.
Source : News Nation Bureau