देशभर में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते जा रहे है, निर्भया मामले के बाद भी रेप कानून मजबूत नहीं हो पाई है. इस 16 दिसंबर को निर्भया गैंगरेप को 7 साल हो जाएंगे लेकिन अब तक इसके आरोपियों को फांसी नहीं मिल पाई है. हर दिन एक निर्भया हैवानों की हैवानियत का शिकार हो रही है. हाल ही में हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक को रेप के बाद जिंदा जला कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले के सामने आने के बाद पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ पड़ी थी. सड़क से लेकर संसद तक रेप और महिला अपराध कि खिलाफ कड़ा कानून और आरोपियों को मौत की सजा देने की मांग उठने लगी थी.
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आज संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही के दौरान कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने सरकार को घेरते हुए कहा, 'उन्नाव पीड़िता 95% जल चुकी है. आखिर देश में क्या चल रहा है? एक तरफ हम भगवान राम का मंदिर बनाया जा रहा है तो दूसरी तरफ सीता मईया का जलाया जा रहा है. आखिर अपराधियों का हौंसला कैसे बढ़ता है?
बता दें कि 25 वर्षीय पशु चिकित्सक के साथ 27 नवंबर की रात शमशाबाद में आउटर रिंग रोड के पास दो ट्रक ड्राइवरों और दो क्लीनरों ने गैंगरेप किया था. इसके बाद चारों ने घटनास्थल से 28 किलोमीटर दूर शादनगर शहर के पास शव ले जाकर उसे आग के हवाले कर दिया था.
पुलिस चारों आरोपियों को शुक्रवार सुबह घटना को रीक्रिएट करने के लिए घटनास्थल पर ले गई थी. कथित तौर पर चारों आरोपियों ने वहां से भागने की कोशिश की, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें मार गिराया.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो