महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे (Aditya Thackeray) राम मंदिर में पूजा-अर्चना करने के लिए अयोध्या जाएंगे. एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को यहां यह जानकारी दी. शिवसेना सांसद और मुख्य प्रवक्ता संजय राउत (Sanjay Raut) ने मीडियाकर्मियों से कहा, 'मंत्री आदित्य ठाकरे राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या जाएंगे. यह राजनीतिक यात्रा नहीं है, बल्कि विशुद्ध रूप से धार्मिक इरादे से है.' उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा के दौरान महाराष्ट्र और भारत के अन्य हिस्सों से हजारों शिवसैनिक और युवा सैनिक आदित्य के साथ शामिल होंगे. यह यात्रा महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray) की अयोध्या यात्रा के पांच दिन बाद होगी.
पोस्टर और बैनर के साथ आदित्य की यात्रा के लिए माहौल तैयार किया गया है, जिसमें दावा किया गया है कि असली नेता आ रहे हैं. ऐसे पोस्टरों को अप्रत्यक्ष रूप से आदित्य के चाचा राज ठाकरे की यात्रा पर निशाना बनाने के लिए तैयार किया गया है. हालांकि राउत ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि अयोध्या में इस तरह के पोस्टर-बैनर किसने लगाए हैं और उन्होंने दोहराया कि आदित्य की यात्रा केवल भगवान राम के दर्शन के लिए होगी.
राज ठाकरे की अयोध्या की प्रस्तावित तीर्थयात्रा को लेकर भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह ने धमकी दी है कि जब तक वह उनकी पार्टी मनसे द्वारा अतीत में उत्तर भारतीयों के साथ किए गए व्यवहार के लिए माफी नहीं मांगते, तब तक उन्हें पवित्र शहर में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा. शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस ने राज ठाकरे के विरोध के मद्देनजर महाराष्ट्र भाजपा से अपना रुख स्पष्ट करने को कहा है. मनसे ने पिछले हफ्ते तब विवाद खड़ा कर दिया था जब उसने सभी मस्जिदों के लाउडस्पीकरों को हटाने का अभियान शुरू किया था, जिससे महा विकास अघाड़ी सरकार के लिए तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई थी.
HIGHLIGHTS
- आदित्य ठाकरे के पोस्टर औऱ बैनर लगाए गए अयोध्या में
- राज ठाकरे भी पांच दिन पहले पहुंचेंगे रामलला के द्वार
- अयोध्या दौरे का मकसद खुद को हिंतुत्ववादी करार देना