तमिलनाडु के कोयंबटूर में भगवान शिव की 112 फुट लंबी आदियोगी प्रतिमा को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। यह प्रतिमा ईशा योग फाउंडेशन में बनाई गई है। गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने इस प्रतिमा को सबसे बड़ी आवक्ष (अर्ध मूर्ति) के रूप में दर्ज किया है।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने इस बात की जानकारी अपनी वेबसाइट में दी है। बता दें कि इस मूर्ति की लंबाई 112.4 फुट है, चौड़ाई 24.99 मीटर और 147 फुट लंबी है।
बता दें कि इस प्रतिमा की स्थापना आदियोगी शिव के खास योगदान के सम्मान में की गई है। ईशा योग फाउंडेशन के अनुसार भगवान शिव की यह प्रतिमा मुक्ति का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि यह प्रतिमा 112 मार्गों को दर्शाती है, इन मार्गों से इंसान अपनी परम प्रकृति को हासिल कर सकता है।
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बता दें कि इस साल 24 फरवरी को तमिलनाडु में कोयंबटूर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस प्रतिमा का अनावरण किया था। इस आवक्ष प्रतिमा की डिजाइन और प्राण प्रतिष्ठा ईशा फाउंडेशन के संस्थापक वसुदेव ने की है। बता दें कि ईशा फाउंडेशन देश में ऐसी ही 3 और प्रतिमाएं स्थापित करना चाहता है।
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Source : News Nation Bureau