अफगानिस्तान को लेकर पार्लियामेंट एनेक्सी में हुई सर्वदलीय बैठक में सरकार ने तालिबान को लेकर अपने रुख को स्पष्ठ किया. साथ ही सरकार ने बताया कि किस तरह अफगान में फंसे लोगों को निकालने के लिये ऑपेरशन देवी शक्ति चलाया जा रहा है. इस बैठक में 31 पार्टी के 37 नेता शामिल थे, जिनके साथ विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने सरकार के कदम, रुख, कूटनीतिक प्रयास और भविष्य की नीतियों को स्पष्ठ किया विदेश मंत्री ने बताया कि दोहा में किये गये वादे से तालिबान मुकर गया और जिस तरह से काबुल तक कब्जा किया गया, उसका अंदेशा अमेरिका को भी नही था. विदेश मंत्री ने कहा कि भारत सरकार वेट एंड वॉच की नीति पर चल रही है. अभी तक दुनिया के प्रमुख देशो ने भी अफगानिस्तान में तालिबान शासन को लेकर अपनी नीति साफ नहीं की है.
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ऑपेरशन देवी शक्ति
तालिबान की वापसी और लोगो को वहां से निकालने के सवाल पर सरकार ने डेटा पेश किया. विदेश मंत्री में बताया कि भारत सरकार ने अपने प्रयासों से 565 लोगों को अफगानिस्तान से निकाला जिसमे एम्बेसी के लोग-175, 263 भारतीय, 112 अफगानी जिसमे सिख और हिंदु भी शामिल है, साथ ही थर्ड कंट्री के भी 15 लोगों को निकाला गया. लोगों को काबुल से निकलना भी कम चुनौतीपूर्ण नही है क्योंकि समूचा ऑपेरशन तजाकिस्तान, ईरान और ओमान के रूट से चल रहा है. साथ ही वहा फँसे अल्पसंख्यक हिन्दू और सिख समुदाय के लोगो को लाने के लिये विशेष एहतियात बरता जा रहा है. इस समूचे ऑपेरशन को चलाने के लिये भारत और अमेरिका के बीच स्ट्रेटेजिक अलायन्स होने के कारण भी एक बेहतर तालमेल है जिसके चलते यूएस के नियंत्रण वाले काबुल एयरपोर्ट से भारतीय विमानों की आवाजाही सम्भव हो पा रही है.
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भविष्य के सवाल
अफगानिस्तान के भविष्य के सवाल पर सरकार का कहना है की अफगानिस्तान के लोगों के साथ इंगेजमेंट जारी रहेगा साथ राजनैतिक और सुरक्षा के हालात पर नजर रखी जायेगी.
Source : Madhurendra Kumar