कश्मीरी पंडित (Kashamiri Pandit) संघर्ष समिति (KPSS) नामक संगठन ने मंगलवार को समुदाय के सदस्यों को आतंकवादियों द्वारा उन पर बढ़ते हमलों के मद्देनजर घाटी छोड़ने के लिए कहा. यह संगठन घाटी में रहने वाले पंडितों का प्रतिनिधित्व करता है. केपीएसएस प्रमुख संजय टिक्कू (sanjay tikku) ने एक आधिकारिक बयान में कहा, "कश्मीर में कश्मीरी पंडितों पर एक और घातक हमले के साथ आतंकवादियों ने स्पष्ट कर दिया है कि वे कश्मीर घाटी में सभी कश्मीरी पंडितों को मारने जा रहे हैं. "टिक्कू ने कहा कि विडंबना यह है कि आतंकवादियों के स्थानीय ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) उनके (आतंकवादियों) के साथ मिलकर अपने पड़ोसियों को मारने का काम कर रहे हैं.
टिक्कू ने कहा, "कश्मीर एक ऐसी जगह है जहां पर्यटक सुरक्षित हैं और अमरनाथ यात्रा के दौरान कोई हमला नहीं हुआ." उन्होंने आगे कहा कि न्यायपालिका और सरकार कश्मीर में कश्मीरी पंडितों की रक्षा करने में बुरी तरह विफल रही है. टिक्कू ने कहा, कश्मीर में कोई भी कश्मीरी पंडित सुरक्षित नहीं है. कश्मीरी पंडितों के लिए कश्मीर छोड़ने या स्थानीय आबादी के समर्थन वाले धार्मिक कट्टरपंथी लोगों द्वारा मारे जाने का एकमात्र विकल्प बचा है. उनकी टिप्पणी दो कश्मीरी पंडितों सुनील कुमार और पिंटू कुमार को आज छोटिगम में आतंकवादियों द्वारा गोली मारने के बाद आई है. सुनील की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पिंटू घायल हो गया.
पिछले हफ्ते बांदीपोरा जिले के सुंबल कस्बे में बिहार के एक प्रवासी मजदूर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. 4 अगस्त को पुलवामा के गदूरा में एक ग्रेनेड हमले में बिहार का एक मजदूर मारा गया और दो अन्य घायल हो गए. इस साल टारगेट किलिंग में चार गैर-स्थानीय निवासियों सहित कम से कम 25 लोग मारे गए हैं. मंगलवार की हत्याओं की प्रशासन और राजनीतिक दलों ने व्यापक निंदा की. वहीं जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि उन्हें "शोपियां में नागरिकों पर हुए घृणित आतंकी हमले से दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं सुनील कुमार के परिवार के साथ है. घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना करता हूं. बर्बर कृत्य के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा."
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हत्या की निंदा करते हुए नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, "आज दक्षिण कश्मीर से बहुत दुखद समाचार प्राप्त हुआ. एक दुर्घटना और एक आतंकवादी हमले ने मौत और पीड़ा का निशान छोड़ दिया है. मैं शोपियां में आतंकवादी हमले की स्पष्ट रूप से निंदा करता हूं जिसमें सुनील कुमार मारे गए और पिंटो कुमार घायल हुए. परिवार के प्रति मेरी संवेदना." वहीं पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने हत्या की निंदा की है. उन्होंने कहा, "शोपियां में टारगेटेड हत्या के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. मृतक के परिवार के प्रति संवेदना. भारत सरकार एक शुतुरमुर्ग की तरह व्यवहार करना जारी रख चुकी है, जिसका सिर रेत के नीचे दब हुआ है.