कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) की दूसरी लहर थमती सी दिख रही है और इससे देश में होने वाली मौतों का ग्राफ लगातार नीचे गिर रहा है. रविवार को खत्म हुए सप्ताह में कोरोना से होने वाली मौतों में 38 फीसदी की गिरावट देखी गई. इसी हफ्ते करीब 61 दिनों बाद रोजाना होने वाली मौतों (Corona Deaths) का 7 दिनों का औसत गिरकर 1000 से नीचे आ गया. रविवार को देश में कोरोना संक्रमण से 689 लोगों की मौत हुई जो करीब 81 दिनों में सबसे कम है. इससे पहले 7 अप्रैल को 685 मौतें दर्ज की गई थीं. 12 अप्रैल के बाद रविवार 27 जून को पहली बार कोरोना संक्रमण से रोजाना होने वाली मौतों का आंकड़ा 1000 से नीचे दर्ज किया गया, जबकि उसमें महाराष्ट्र में रिपोर्ट की गई 262 'बैकलॉग' मौतों को भी जोड़ा गया था, पिछले सप्ताह (14 से 20 जून) कोरोना से होने वाली मौतों में 45 फीसदी की गिरावट देखी गई जो महामारी की शुरुआत से अबतक की सबसे ज्यादा साप्ताहिक गिरावट है,
3 महीने बाद 7 दिनों का औसत 50 हजार से नीचे
यहां तक कि जब कोरोना के केस 7 हफ्तों से लगातार घट रहे थे तब भी दो हफ्ते पहले तक कोरोना से होने वाली मौतों में गिरावट काफी धीमी थी, कोरोना के दैनिक मामलों का 7 दिनों का औसत रविवार को 50,000 के नीचे आ गया. आखिरी बार यह आंकड़ा 50,000 के नीचे तीन महीने पहले 25 मार्च को था. इस हफ्ते भारत में कोरोना के 3,45,028 नए मामले दर्ज किए गए हैं जो पिछले सात दिनों के मुकाबले 19 फीसदी कम हैं. यह 15 से 21 मार्च के बाद से 14 हफ्तों में केसों की सबसे कम संख्या भी थी. देश में इस समय ऐक्टिव केसों की संख्या 5.8 लाख के आसपास है. शनिवार को ही यह 6 लाख से नीचे आ गया था.
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अगले माह के लिए 12 करोड़ टीके
इस बीच एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगले माह टीकाकरण की रफ्तार धीमी पड़ सकती है. 12 करोड़ टीकों के हिसाब से हर दिन औसतन देश में 40 लाख खुराकें ही दी जाएंगी. जून माह में रविवार यानी 27 जून तक देश के अंदर 10.6 करोड़ खुराकें लगाई गई हैं. सिर्फ इसी हफ्ते देश में 4.2 करोड़ खुराकें दी गई हैं. बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय आगामी माह के लिए राज्यों को पहले से ही यह जानकारी दे देता है कि उन्हें टीके की कितनी डोज मिलने वाली हैं, ताकि टीकाकरण का संचालन उसी के अनुरूप हो सके. देश में फिलहाल कोविशील्ड और कोवैक्सीन, दो टीकों के जरिए केंद्र सरकार वैक्सीनेशन प्रोग्राम चला रही है. इसके अलावा रूस की कोरोना रोधी वैक्सीन स्पूतनिक वी को भी भारत में 13 अप्रैल को आपात इस्तेमाल की मंजूरी मिल गई थी और यह अब कुछ निजी अस्पतालों में उपलब्ध है.
HIGHLIGHTS
- कोरोना से रोजाना होने वाली मौतों में आ रही कमी
- 12 अप्रैल बाद पहली बार मौत का आंकड़ा 1000 से नीचे
- जुलाई में केंद्र सरकार देगी 12 करोड़ कोविड-19 वैक्सीन