एक ओर जहां पूरे देश में काले धन से जंग की बात हो रही है, वहीं अलीगढ़ से एक हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है। देश में कई लोग ऐसे भी हैं जिनके पास खाने तक के
पैसे नहीं है।
अलीगढ़ के पूरन शर्मा ने पैसे की कमी और नगदी की जरूरत को पूरा करने के लिए अपनी नसबंदी करा ली।
पूरन पहले अपनी पत्नी की नसबंदी कराना चाहते थे। लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि विकलांगता की वजह से पत्नी की नसबंदी नहीं हो सकती। फिर क्या था, पूरन ने खुद नसबंदी कराने का फैसला किया। सरकार की ओर से पुरुष की नसबंदी पर 2000 रुपये जबकि महिला नसबंदी में 1400 रुपये मिलते हैं।
पूरन शर्मा के मुताबिक, 'मुझे पैसों की जरूरत थी और मेरे पास कोई काम भी नहीं था। मुझे किसी ने बताया कि पुरुष नसबंदी पर 2000 रुपये दिए जाते हैं। इसलिए मैंने यह कराने का फैसला किया।'
अलीगढ के गांव नहरौला निवासी पूरन मजदूरी करते हैं। उन के तीन बच्चे हैं। नोटबंदी की वजह पूरन को कई दिनों से कोई काम नहीं मिला था। घर में जो राशन पानी था वो भी खत्म होने लगा। पूरन को किसी ने बताया की अगर वो पत्नी की नसबंदी करा लेगा तो उसको 1400 रुपये मिलेंगे।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नोटबंदी के बाद पूरन की परेशानी और बढ़ गई थी। वहीं, कुछ खबरों के मुताबिक 8 नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद नसबंदी कराने के मामले में तेजी आई है।
HIGHLIGHTS
- पैसे की तंगी से मजबूर होकर कराई नसबंदी
- नोटबंदी के बाद नसबंदी के मामलों में आई है तेजी: मीडिया रिपोर्ट