मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया और उनके समर्थक विधायकों के बगावत से हलकान कांग्रेस के लिए और भी बुरी खबर है. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की तरह राजस्थान (Rajasthan) और फिर पंजाब (Punjab) से भी बगावत की खबरें आने लगी हैं, जिन्हें रोक पाना शायद ही कांग्रेस के लिए आसान हो. पंजाब कांग्रेस के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रकरण पर कहा, "मध्य प्रदेश कांग्रेस का संकट कांग्रेस लीडरशिप के लिए खतरे की घंटी है. सिंधिया के जाने से कांग्रेस को बहुत नुकसान हुआ है. वह बड़े युवा नेता हैं...किसी भी स्टेट में जो कांग्रेस नेता मुख्यमंत्री बनता है वह किसी और के लिए कोई जगह ही नहीं छोड़ता है." उनका सीधा इशारा मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amrinder Singh) की तरफ था.
यह भी पढ़ें : राहुल गांधी को फिर याद आए ज्योतिरादित्य सिंधिया शेयर की तस्वीर, कही ये बात
बाजवा ने कांग्रेस में कामकाज के तरीकों पर सवाल उठाते हुए कैप्टन अमरिंदर सिंह पर निशाना साधते हुए कहा, "कांग्रेस के कुछ मुख्यमंत्री अगर 24*7 365 दिन अगर काम नहीं कर सकते तो उन्हें सीएम पद की जिम्मेदारी किसी और को दे देनी चाहिए."
पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू ने पहले से ही मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर रखा है. सिद्धू ने सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मिलकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की शिकायत भी की है. अब प्रताप सिंह बाजवा भी खुलकर कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मैदान में आ गए हैं. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बाजवा ने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को पत्र लिखकर पंजाब में ड्रग्स तस्करी के खिलाफ पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में रखी सीलबंद रिपोर्ट को उजागर करने और गुनहगारों पर कार्रवाई करने की गुहार लगाई है. इस पत्र को कैप्टर अमरिंदर सिंह के खिलाफ माना जा रहा है, क्योंकि पत्र में लिखा गया है कि पंजाब सरकार इस मामले में ढंग से पैरवी नहीं कर रही है.
यह भी पढ़ें : दिल्ली में योगी फॉर्मूला लागू करेगी केंद्र सरकार, गृहमंत्री अमित शाह ने किया ऐलान
नवजोत सिंह सिद्धू, प्रताप सिंह बाजवा के अलावा दिग्गज हॉकी खिलाड़ी रहे परगट सिंह ने भी शराब माफिया और खनन माफिया को लेकर अपनी ही सरकार पर निशाना साधा था. परगट सिंह ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को लिखे गए पत्र की कापी सोनिया गांधी को भी भेजी थी, जिसमें चुनावी वचनपत्र में किए गए वादों की याद दिलाई गई थी.
यह भी पढ़ें : सियासी खींचतान के बीच अब मध्य प्रदेश में हुआ प्रशासनिक फेरबदल
होली के दिन कांग्रेस छोड़ने का ऐलान करने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने बुधवार को भाजपा ज्वाइन कर लिया था. बीजेपी ज्वाइन करने के बाद अपने संबोधन में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने न तो सोनिया गांधी का नाम लिया, न राहुल गांधी का और न ही कमलनाथ का, लेकिन कांग्रेस और उसकी नीतियों पर करारा प्रहार किया. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, व्यक्ति के जीवन में कई बार ऐसे मोड़ आते हैं, जो जीवन बदलकर रख देते हैं. मेरे जीवन में ऐसे दो दिन आए. 30 सितंबर 2001 को मैंने अपने पूज्य पिताजी को खोया. यह जीवन बदलने का दिवस था और उसी के साथ दूसरी तारीख 10 मार्च 2020 को जीवन में नई परिकल्पना और नया मोड़ का सामना करके मैंने एक फैसला किया.
Source : News Nation Bureau