भारत ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35A को खत्म कर दिया है. जहां भारत सरकार इसे अपनी बड़ी जीत बता रही है, वहीं पाकिस्तान इसे पचा नहीं पा रहा है. पाकिस्तान की बौखलाहट इस तरह बढ़ गई है कि भारत के खिलाफ 3 बड़े फैसले ले लिए. भारत के साथ द्विपक्षीय व्यापार पर रोक लगा दी. सभी व्यापारी रिश्ते तोड़ लिए. इतना ही नहीं पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर को लेकर भारत को धमकी भी दी है.
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पाकिस्तान ने अब इस मामले को यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद) में ले जाने की बात कही है. यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में उठाएगा. पाकिस्तान इस मामले को कई बार संयुक्त राष्ट्र में उठा चुका है. लेकिन हर बार मुंह की खाई है. संयुक्त राष्ट्र ने हर बार यही कहा कि यह तुम्हारा आंतरिक मामला है, इसे खुद निपटो.
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बता दें कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को मल्टीलेटरल (बहुपक्षीय) बनाना चाहता है, लेकिन भारत इसे हमेशा बाइलेटरल (द्विपक्षीय) बनाने का प्रयास किया. जिसके वजह से कोई तृतीय देश इस पर कोई एक्शन नहीं लिया. हाल में अमेरिकी दौरे पर गए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात में भी ये मुद्दा उठाया था. इसके बाद ट्रंप ने कश्मीर में मध्यस्थ की भूमिका निभाने संबंधी विवादित बयान दिया था. उनके इस बयान पर भारत के विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार को घेर लिया था.
चीन ने भी दिया झटका
पाकिस्तान के पड़ोसी और पक्के दोस्त चीन ने भी उसे झटका दे दिया है. चीन ने कहा कि यह उसका आंतरिक मामला है इसे खुद निपटो. चीन का स्टैंड इस मामले पर बिल्कुल साफ और संगत है. हालांकि लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश बनाने पर चीन ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि यह मुझे स्वीकार नहीं है.
UN में कई बार उठा चुका है मुद्दा
पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र में कई बार उठा चुका है. बार-बार बेइज्जत होना पड़ा है. पाकिस्तान इसे बहुपक्षीय मुद्दा बनाना चाहता है लेकिन भारत ने इसे द्विपक्षीय वार्ता पर ही सुलझाने का प्रयास करता रहा है. संयुक्त राष्ट्र ने पाक को कहा था कि य़ह उसका अंदरुणी मामला है. इसे द्विपक्षीय आधार पर ही निपटारा करें.
ICJ में उठाने की धमकी
पाकिस्तान ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ऑफ जस्टिस में उठाने की धमकी दी है. यह वही न्यायालय है जहां हाल ही में पाक को मुंह की खानी पड़ी है. कुलभूषण मामले में पाक को 15-1 से मात मिली थी. पाक अब कश्मीर मुद्दे को आईसीजे में उठाने की धमकी दी है.
OIC से भी लगाई गुहार
पाकिस्तान ने इस्लामिक सहयोग संगठन से मध्यस्थता करने की गुहार लगाई है. पाकिस्तान विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ओआईसी से कहा चुप मत रहिए, कुछ तो बोलिए.
ट्रंप से मांगी थी मदद
हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी. उन्होंने कश्मीर मसले को उठाया था. ट्रंप ने मध्यस्थता करने की बात स्वीकार की, साथ ही कहा था कि पीएम मोदी ने भी इस मामले पर हमसे मदद मांगी है. लेकिन न तो इमरान खान और डोनाल्ड ट्रंप को पता था कि आने वाले कुछ दिनों में पीएम मोदी क्या करने वाले हैं. पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप औऱ इमरान खान को एक साथ जवाब दे दिया.
कई बार अंतरराष्ट्रीय मंच पर मुंह की खाई है
आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन (OIC) ने पाकिस्तान को करारा झटका दिया था. दरअसल OIC की अबु धाबी में होने वाली अगली विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत को मुख्य अतिथि के तौर पर न्योता भेजा गया था. लेकिन पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने साफ कर दिया था कि अगर भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस मंच पर आमंत्रित किया जाता है तो पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी इस बैठक में शामिल नहीं होंगे. लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान की इस धमकी का कोई असर OIC पर नहीं पड़ा
पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर कोई तवज्जो नहीं देता है. विदेशी मीडिया भी पाकिस्तान के झूठ से वाकिफ है. अमेरिका सहित कई चेता चुका है कि पाक आतंक के फैक्ट्री को बंद करे.