केरल में आगामी विधानसभा चुनाव को राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है. बीजेपी का केरल में कोई खास प्रभाव नहीं है. ऐसे में बीजेपी अपने जनाधार को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं. पिछले दिनों केरल से ताल्लुक रखने वाले मेट्रो मैन के नाम से मशहूर ई. श्रीधरन ने बीजेपी जॉइन की है. इसके बाद अब बीजेपी उड़नपरी के नाम से मशहूर पीटी ऊषा को लुभाने में जुटी है. ई श्रीधरन के बाद 'उड़नपरी' पीटी ऊषा को पार्टी में शामिल करने के लिए बीजेपी उन्हें जिस आक्रामक तरीके से लुभा रही है, ये केरल के लोगों के लिए कोई हैरानी वाली बात नहीं है. हाल ही में पीटी ऊषा ने कृषि कानूनों के मुद्दे पर बीजेपी और केंद्र सरकार का समर्थन किया था.
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कृषि बिल पर किया था केंद्र सरकार का बचाव
कृषि कानूनों के विरोध में जलवायु परिवर्तन एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग और गायिका रिहाना की टिप्पणी के बाद कई हस्तियों ने निंदा की थी. पीटी ऊषा ने भी ट्वीट कर केंद्र सरकार का साथ दिया था. पीटी ऊषा ने ट्वीट किया था कि 'हम अपनी संस्कृति और विरासत पर गर्व करते हैं और लोकतंत्र के सच्चे मॉडल हैं. हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करें, हम जानते हैं कि हम अपने स्वयं के मुद्दों को कैसे सुलझा सकते हैं. क्योंकि हम एक और एक ही राष्ट्र हैं. विश्व विविधता को बनाए रखने में विविधता.
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बीजेपी का क्या है प्लान
दरअसल बीजेपी का केरल से संसद में प्रतिनिधित्व रहा है लेकिन राज्य की सत्ता में बीजेपी का कोई रोल नहीं रहा. केरल में शुरू से ही सत्ता वामदलों और कांग्रेस के बीच रही है. ऐसे में बीजेपी अब केरल में भी सत्ता में आने की कोशिश कर रही है. हालांकि बीजेपी के लिए इसकी राह आसान नहीं है. बीजेपी के पास केरल में बड़े चेहरों की कमी है. ऐसे में बीजेपी लगातार बड़े चेहरों पर डोरे डाल रही है. इन बड़ी हस्तियों को बीजेपी में शामिल कर सत्ता तक पहुंचने की जोर आजमाइश जारी है. सूत्रों का कहना है कि पीटी ऊषा के अलावा भी बीजेपी कुछ लोकप्रिय स्टार, सांस्कृतिक और सामाजिक क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोगों को बीजेपी में शामिल कराने की कोशिश कर रही है.
Source : News Nation Bureau