झारखंड में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी के बाद 10 लाख से ज्यादा लोगों के आधार नंबर लीक होने का मामला सामने आया है।
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, झारखंड डायरेक्ट्रेट ऑफ सोशल सिक्योरिटी की वेबसाइट में एक प्रोग्रामिंग एरर होने के कारण झारखंड ओल्ड एज पेंशन स्कीम के लाखों लाभार्थियों के नाम, पता, आधार नंबर और बैंक अकाउंट की जानकारियां लीक हो गई हैं।
झारखंड में 16 लाख से ज्यादा पेंशनर्स हैं, जिनमें से करीब 14 लाख ने अपने आधार नंबर को बैंक खाते से जोड़ रखा है। वहीं अब इन सभी की निजी जानकारियां वेबसाइट पर लॉग इन कर कोई भी देख सकता है।
ऑथोरिटी ने पिछले महीने कम से कम आठ पुलिस शिकायतें दर्ज कराई हैं। इसमें निजी पार्टियों पर गैरकानूनी तरीके से नागरिकों के आधार संख्या एकत्रित' करने का आरोप है।
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इस समय केंद्र सरकार ने सभी मूलभूत आवश्यकताओं के लिए आधार कॉर्ड को अनिवार्य कर दिया है, ऐसे में इस तरह की घटनाएं सामने आना अपने आप में ही हैरान कर देने वाली हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट से लेकर साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट और विपक्षी पार्टी तक को ये फॉर्मूला रास नहीं आया है।
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बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं है, जब आधार कार्ड से जुड़ी जानकारी ऑनलाइन लीक हुई है। इससे पहले एक आधार सर्विस प्रोवाइडर ने महेंद्र सिंह धोनी का आधार नंबर प्रकाशित कर दिया था, जिससे उनकी सभी डिटेल्स वायरल हो गई थी।
इस घटना के बाद से आधार सर्विस प्रोवाइडर को 10 साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया था।
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HIGHLIGHTS
- झारखंड में 16 लाख से ज्यादा पेंशनर्स हैं, जिनमें से करीब 14 लाख ने अपने आधार नंबर को बैंक खाते से जोड़ रखा हैं
- ऑथोरिटी ने पिछले महीने कम से कम आठ पुलिस शिकायतें दर्ज कराई हैं, जिसमें निजी पार्टियों पर गैरकानूनी तरीके से नागरिकों के आधार संख्या एकत्रित' करने का आरोप है
Source : News Nation Bureau