समाजवादी पार्टी में जारी घमासान के बीच सोमवार को मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव के गुट के चुनाव आयोग से मिलने के बाद अखिलेश यादव की गुट की ओर से रामगोपाल यादव भी दावेदारी पेश करने पहुंचे।
मुलाकात के बाद रामगोपाल ने कहा कि उन्होंने चुनाव आयोग से जल्द से जल्द अपना फैसला सुनाने की अपील की है क्योंकि उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया भी जल्द शुरू हो जाएगी। अखिलेश गुट की ओर से रामगोपाल और नरेश अग्रवाल चुनाव आयोग पहुंचे थे।
इससे पहले मुलायम ने चुनाव से आयोग से मिलने के बाद कहा था कि चुनाव चिन्ह पर फैसला चुनाव आयोग करेगा। मुलायम ने साथ ही यह भी कहा कि उनकी पार्टी में मतभेद है और कुछ लोगों ने उनके बेटे को बहका लिया है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक मुलायम ने उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी को पत्र लिखकर बता दिया है कि रामगोपाल से समाजवादी पार्टी का दर्जा वापस लेने की मांग की है।
इससे पहले रामगोपाल ने पार्टी के प्रतिनिधियों के एफिडेविट के साथ चुनाव आयोग से शनिवार को भी मुलाकात की थी। उन्होंने 4716 एफिडेविट चुनाव आयोग को सौंपे थे। उन्होंने दावा किया था कि अखिलेश यादव के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के समर्थन में ये हलफनामे हैं।
हालांकि अमर सिंह ने रविवार को हलफनामे पर हस्ताक्षर को फर्जी करार दिया था। इसके जवाब में रामगोपाल ने कहा कि अमर फर्जी आदमी हैं इसलिए फर्जी दावे करते हैं।
Source : News Nation Bureau