पिछले कुछ समय से एक ऐसा गैंग सक्रिय है जो गूगल में विकीपीडिया पेज के साथ छेड़छाड़ कर इतिहास को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है. अभी हाल के दिनों में पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का विकीपीडिया पेज भी इस गैंग का शिकार हो गया था. शिक्षाविद मधु पूर्णिमा किश्वर ने आज एक गूगल पर 'When was Ram Mandir destroyed by Babar' सर्च किया तो इसका जवाब आया 6 दिसंबर 1992 जबकि इस तारीख को बाबरी ढांचे का विध्वंस हुआ था. उन्होंने इस सर्च का स्क्रीन शॉट अपने ट्विटर पर शेयर किया था.
मधु किश्वर ने इसका स्क्रीन शॉट अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए कहा कि आखिर इतिहास से ये कौन लोग छेड़छाड़ कर रहे हैं. मधु किश्वर के गूगल सर्च का परिणाम बता रहा था कि 6 दिसंबर 1992 को वीएचपी और संबद्ध संगठनों से संबंधित हिन्दू युवा कार्यकर्ताओंने मस्जिद को ध्वस्त कर दिया था पूरे उपमहाद्वीप में दंगे भड़क उठे थे जिसमें लगभग 2000 से भी ज्यादा लोगों की मौत हुई थी.
When U google search: 'When was #RamMandir destroyed by Babar?'@Wikipedia comes up with BIZARRE answer: On 6 Dec 1992, Hindu activists belonging to VHP &allied organisations demolished the mosque, triggering riots all over Indian subcontinent, killing around 2,000 people. pic.twitter.com/8ENwQLkOHc
— Madhu Purnima Kishwar (@madhukishwar) February 20, 2021
पीएम ने गढ़ी थी एफडीआई की नई परिभाषा
आपको बता दें कि अभी 8 फरवरी को पीएम मोदी ने राज्यसभा में बोलते हुए एफडीआई (FDI) शब्द की एक 'नई परिभाषा' गढ़ी थी. उन्होंने इसे 'फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी' करार दिया. वास्तव में पीएम मोदी किसान आंदोलन पर कुछ अंतरराष्ट्रीय शख्सियतों की ओर से की गई अनावश्यक टिप्पणियों का जिक्र कर रहे थे. पीएम मोदी और मोदी सरकार को बदनाम करने की इच्छा रखने वाले किस हद तक जा सकते हैं इसका प्रमाण विकीपीडिया (Wikipedia) पर नरेंद्र मोदी का पेज है, जिसमें उनके बारे में न सिर्फ मनगढ़ंत बातें लिखी गई हैं, बल्कि आखिरी लाइन में जिस आरोप का जिक्र किया है, वह अमूमन विपक्ष खासकर कांग्रेस की ओर से लगाया जाता है. पीएम मोदी को बदनाम करने की यह कोई पहली चेष्टा नहीं है.
कांग्रेस नीत विपक्ष लगाता आया है ऐसे आरोप
गौरतलब है कि इस तरह के आरोप लंबे समय से पीएम नरेंद्र मोदी पर कांग्रेस की ओर से लगाए जाते रहे हैं या ऐसी बातों का इस्तेमाल पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान ने जम्मू-कश्मीर पर अपनी भड़ास निकालने के लिए किया है. जाहिर है ऐसी बातों या अफवाहों को फैलाने वाले इसके समर्थन में ना तो कोई सबूत देते हैं और ना ही किसी अधिकृत संदर्भ का इस्तेमाल करते हैं. इस कड़ी में अक्सर मोदी विरोधी तत्व आरएसएस की विचारधारा की तुलना हिटलर के विचारों से कर मोदी को तानाशाह भी बताते आए हैं.
Source : News Nation Bureau