पाकिस्तान के कब्जे से वापस आने के बाद भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान ने बताया कि पाकिस्तानियों के द्वारा उसे शारीरिक रूप से कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया लेकिन उसे काफी मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा. सूत्रों के हवाले से यह जानकारी तब सामने आई है जब शनिवार को अभिनंदन ने दिल्ली में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की.
सीतारमण ने आर्म्ड फोर्स मेडिकल अस्पताल में विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान से मुलाकात की तथा उनसे उनकी सेहत के बारे में पूछा. उनके साथ भारतीय वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी थे. रक्षा मंत्री से बातचीत के दौरान अभिनंदन स्वस्थ दिख रहे थे और कुर्सी पर सीधे बैठे थे. (अभिनंदन पर पूरी और सबसे बड़ी कवरेज क्लिक कर देखें और पढ़ें)
शुक्रवार को भारत लौटे अभिनंदन का अस्पताल में मेडिकल परीक्षण चल रहा है. 27 फरवरी को पाकिस्तानी हवाई हमले में उनका मिग-21 दुर्घटना का शिकार हुए था और अभिनंदन ने इजेक्ट करके अपनी जान बचाई थी.
पाकिस्तान रेंजर्स शुक्रवार रात अभिनंदन को लेकर अटारी सीमा द्वार पर पहुंचे, जिसके बाद बीएसएफ के एक अधिकारी ने उन्हें अपनी बाह में ले लिया और वायुसेना के अधिकारियों को सौंपने के लिए उन्हें वहां से लेकर चला गया.
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पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में बुधवार को अभिनंदन को पकड़े जाने के बाद नई दिल्ली ने जोरदार मांग उठाई थी कि पायलट को तत्काल और सुरक्षित तरीके से भारत को सौंपा जाए.
वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शनिवार को कहा कि भारतीय वायुसेना के पायलट अभिनंदन को पाकिस्तान ने किसी दबाव या मजबूरी में रिहा नहीं किया है.
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बीबीसी उर्दू के साथ एक साक्षात्कार में कुरैशी ने कहा, 'उन्हें रिहा करने के लिए पाकिस्तान पर न तो दबाव था और न ही कोई मजबूरी। हम उन्हें (भारत) यह संदेश देना चाहते थे कि हम आपके दुख को और बढ़ाना नहीं चाहते, हम आपके नागरिकों की तकलीफ नहीं बढ़ाना चाहते, हम शांति चाहते हैं.'
Source : News Nation Bureau