रुद्राभिषेक के बाद आज से अयोध्या में बहुप्रतीक्षित राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण का काम प्रारंभ होगा, जिसमें सीमित संख्या में लोग शामिल होंगे. कुबेर टीला मंदिर में 28 साल के लंबे अंतराल के बाद रुद्राभिषेक होगा. इससे पहले एक भव्य भूमिपूजन समारोह आयोजित करने की योजना थी, लेकिन कोरोना संकट के चक्कर में इसे टाल दिया गया है. आईएएनएस की खबर के अनुसार, श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास के प्रवक्ता महंत कमल नयन दास ने जानकारी दी कि मंदिर का निर्माण कार्य 10 जून को रुद्राभिषेक के बाद शुरू होगा. भगवान राम ने भी लंका पर चढ़ाई से पहले रुद्राभिषेक किया था और राम मंदिर निर्माण के लिए भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाया जाएगा. कुबेर टीला पर भगवान शिव का प्राचीन मंदिर है. आज उसी मंदिर में सुबह 8 बजे प्रार्थना होगी.
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अयोध्या वासी कुबेर टीला पर पहले अभिषेक पूजन करते थे. महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की भव्य बारात निकाली जाती थी और मेला लगता था. 7 जनवरी, 1993 को रामजन्मभूमि परिसर के अधिग्रहण के बाद अभिषेक पूजन बंद हो गया लेकिन महाशिवरात्रि पर बारात की परम्परा कायम रही. पांच जुलाई, 2005 को रामजन्मभूमि परिसर में आतंकी हमले तक बारात की परंपरा निभाई गई फिर प्रशासनिक प्रतिबंधों के चलते इसे भी रोकना पड़ा था.
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आज बुधवार को राम मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष की ओर से महंत कमल नयन दास अन्य पुजारियों के साथ विशेष प्रार्थना करेंगे, जिसमें दो घंटे लगेंगे. मंदिर सुबह आठ बजे से दोपहर बाद एक बजे तक और फिर तीन बजे से शाम के छह बजे तक कुल आठ घंटे के लिए खुला रहेगा. इस दौरान कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सभी दिशा-निदेर्शों का पालन करना होगा.
Source : News Nation Bureau