सूरत अग्निकांड से पूरा देश अभी तक सदमे में है. आग लगने के बाद बच्चों के इमारत से कूदने का वो मंजर आज भी कोई भूल नहीं पाया है. शुक्रवार को हुए इस हादसे में 23 मासूम बच्चों की जान चली गई. इस हादसे के बाद अब प्रशासन भी सख्त हो गया है. सूरत में सभी कोचिंग सेंटर्स की जांच की जा रही है और ये पता लगाने की कोशिश हो रही है कि आखिर लापरवाही हुई कहां.
वहीं इस हादसे से सबक लेते हुए दिल्ली सरकार भी अब सक्रिय हो गई है. दिल्ली सरकार ने फायर डिपार्टमेंट को दिल्ली में 15 मीटर से ऊंची इमारतों की जांच के आदेश दिए हैं. इतना ही नहीं सरकार का आदेश हैं कि जांच के दौरान सेफ्टी नियमों की अवेहलना पाई जाती है तो एक्शन लिया जाए. दरअसल दिल्ली में कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाने के लिए कोई लाइसेंस नहीं लेना पड़ता इसलिए कई इंस्टीट्यूट मनमाने ढंग से खोले गए हैं. ऐसे में किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए दिल्ली सरकार ने ये कदम उठाया है.
फायर डिपार्टमेंट ने शुरू की जांच
सरकार के इस आदेश के बाद दिल्ली फायर सर्विस की अलग अलग टीमों ने सर्वे शुरू कर दिया है. फिलहाल मुखर्जी नगर, लक्ष्मी नगर, कालू सराय और करोलबाग में जांच शुरू कर दी गई है. फायर सर्विस की टीमें अब सभी इंस्टीट्यूट की जांच करेंगी और कुछ गलत पाए जाने पर एक्शन लिया जाएगा. इससे पहले सूरत अग्निकांड में एक बड़ा खुलासा हुआ था. बताया गया था कि जिस कोचिंग सेंटर में आग लगी वहां कुर्सियों की जगह टायरों का इस्तेमाल होता. इन्ही टायरों की वजह से इमारत में आग फैल गई और इतना बड़ा हादसा हो गया.
Source : News Nation Bureau