नगरोटा मुठभेड़ मामले को लेकर भारत सख्त नजर आ रहा है. आंतकियों के पास से मिली चीजों से उनके पाकिस्तानी होने के सबूत के बाद विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी को तलब किया है. मारे गए सभी चारों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े थे. शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाकर हालात के बारे में जानकारी ली.
आतंकी साजिश नाकाम होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 4 आतंकवादियों के मारे जाने और भारी मात्रा में हथियारों और विस्फोटकों की मौजूदगी यह संकेत देती है कि बड़ी तबाही मचाने की उनकी कोशिशों को फिर से विफल कर दिया गया है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि हमारे सुरक्षा बलों ने एक बार फिर अत्यंत बहादुरी और प्रोफेशनलिज्म प्रदर्शित किया है.
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आईजी मुकेश कुमार के मुताबिक मूवमेंट के बारे में खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि आतंकी आगामी जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनावों में रुकावट डालने की योजना बना रहे थे. चैकिंग के दौरान सुबह 5 बजे के आसपास आतंकियों को ले जा रहे ट्रक को जब रोका गया तो पूछताछ करने पर ड्राइवर हड़बड़ा गया और कूदकर भागने लगा. इसी दौरान ट्रक के अंदर से गोलियां चलने लगी. सुरक्षा बलों ने ट्रक में सवार चारों आतंकियों को ढेर कर दिया.
Source : News Nation Bureau