ओडिशा में गुरुवार को चक्रवाती तूफान तितली की वजह से गोपालपुर में भूस्खलन की घटना हुई और इसके प्रभाव से आठ जिलों में बारिश हो रही है, जिसके बाद, राज्य के तटीय पट्टों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग(आईएमडी) ने कहा कि अगले 24 घंटे में कुछ जगहों में भारी बारिश और दूरदराज के इलाकों में अत्यधिक बारिश होने की आशंका है.
मुख्य सचिव आदित्य प्रसाद पधी ने कहा, 'पूरे राज्य में कुछ पश्चिमी भागों को छोड़कर पूरे दिन बारिश होने की आशंका है, बारिश होने के बाद, तटीय ओडिशा में बाढ़ की स्थिति पैदा हो सकती है. अभी हालांकि बाढ़ की स्थिति नहीं है.'
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उन्होंने कहा कि चक्रवाती तूफान की वजह से गजपति और रायगढ़ जिले में भारी बारिश हो रही है, जिस वजह से वंशधारा नदी में बाढ़ आ सकती है. अधिकारी ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित गजपति जिले में 200 मिलीमीटर की बारिश हुई है, जबकि जिले के मोहाना ब्लॉक में अधिकतम 305 मिलीमीटर की बारिश दर्ज की गई.
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को चक्रवात तूफान की स्थिति का जायजा लिया. तूफान की वजह से ओडिशा और आंध्रप्रदेश तट के बीच गुरुवार तड़के भूस्खलन की घटना हुई, जिसकी वजह से गंजम व गजपति जिले में सड़क व दूरसंचार संपर्क टूट गया और यहां बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई.
पधी ने कहा, 'गजपति जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जहां पेड़ उखड़ गए, यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई। हालांकि गजपति जिले में अनुमान के मुताबिक कम हानि हुई है.'
उन्होंने कहा कि पुनर्वास कार्यों के लिए एनडीआरएफ की दो और टीमों को लगाया गया है. यहां अब तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है और इन लोगों के लिए 1,112 राहत शिविर लगाए गए हैं. गंजम की 105 व जगतसिंहपुर की 18 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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Source : IANS