Advertisment

2 अप्रैल को हिंसा के बाद मेरठ में दलित अपना गांव छोड़ने पर मजूबर, हर तरफ पसरा सन्नाटा

इस उत्पीड़न की वजह से पश्चिमी यूपी के मेरठ में दलितों के पलायन की खबरें आ रही है। दो अप्रैल को हुआ दलित आंदोलन एससी-एसटी कानून में बदलाव को लेकर किया गया था।

author-image
kunal kaushal
एडिट
New Update
2 अप्रैल को हिंसा के बाद मेरठ में दलित अपना गांव छोड़ने पर मजूबर, हर तरफ पसरा सन्नाटा

फाइल फोटो

Advertisment

2 अप्रैल को दलित समुदाय के भारत बंद आंदोलन के बाद उन्हें लगातार प्रताड़ित करने के आरोप लग रहे हैं। इस उत्पीड़न की वजह से पश्चिमी यूपी के मेरठ में दलितों के पलायन करने की खबरें आ रही हैं। दो अप्रैल को हुआ दलित आंदोलन एससी-एसटी कानून में बदलाव को लेकर किया गया था।

बताया जा रहा है कि पुलिस की कार्रवाई की वजह से अलग-अलग गांवों से पलायन हो रहा है। हालांकि यूपी पुलिस ने ऐसे किसी पलायन से इनकार कर दिया है।

मेरठ के शोभापुर गांव में एक दलित की हत्या के बाद डरे लोग लगातार गांव छोड़कर जा रहे है जिससे हर तरफ सन्नाटा पसरा हुआ है और घरों के दरवाजों पर ताले लटके हुए हैं। इलाके की सड़के भी सूनी पड़ी हुई हैं और दुकाने भी बंद है।

दो अप्रैल को भारत बंद आंदोलन के दौरान यहां जमकर हिंसा हुई थी जिसके बाद पुलिस ने धरपकड़ तेज कर दी है। पुलिस के इस कार्रवाई से गांव के लोग बेहद सहमे हुए हैं।

और पढ़ें: अगर एकजुट हो विपक्ष तो 2019 चुनाव में काशी भी नहीं बचा पाएंगे मोदी: राहुल गांधी

मेरठ के कई गांवों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस और आरएएफ की तैनाती कर दी गई है लिकन फिर भी लोग अपना घर बार छोड़ कर जा रहे हैं जो प्रशासन पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।

गौरतलब है कि रविवार को बीजेपी के दलित सांसद उदित राज ने भी माना था कि दो अप्रैल के आंदोलन के बाद से ही दलितों पर हिंसा बढ़ गई है।

और पढ़ें: अरुणाचल में भारत की पेट्रोलिंग को चीन ने बताया 'अतिक्रमण', सेना ने किया खारिज

Source : News Nation Bureau

Uttar Pradesh bharat-bandh meerut dalit protest
Advertisment
Advertisment