असम में सत्ता की कुर्सी पर बने रहने के लिए बीजेपी ने पूरी जान लगा दी है. असम विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा और उसके सहयोगी दलों, असम गण परिषद (अगप) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर समझौता हो गया है. इसकी औपचारिक घोषणा गुरुवार को (आज) की जाएगी. बुधवार देर रात तक केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर चली बैठक में सीटों को लेकर सहमति बन गई. इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा, असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत दास, अगप के अध्यक्ष व राज्य सरकार के मंत्री अतुल बोरा, यूपीपीएल के प्रमुख प्रमोद बोरो, भाजपा नेता व मंत्री हेमंत विश्व सरमा भी मौजूद थे.
कैसी करेगी गठबंधन की स्थिति
जानकारी के मुताबिक बीजेपी के साथ सीटों को लेकर गठबधंन की जो स्थिति बनी है उसके मुताबिक अगप को 25 सीटें जबकि यूपीपीएल को 12 सीटें मिल सकती हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में अगप को 14 सीटों पर जीत मिली थी. यूपीपीएल भाजपा के साथ गठबंधन का हाल ही में हिस्सा बनी है. फिलहाल विधानसभा में उसका एक भी सदस्य नहीं है. अगर बात 2016 के विधानसभा चुनाव की करें तो यहां भाजपा को 60 सीटों पर जीत मिली थी. असम विधानसभा में 126 सीटें हैं. पिछले चुनाव में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) ने भाजपा और अगप के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था और उसने 12 सीटों पर जीत दर्ज की थी लेकिन इस बार चुनाव में बीपीएफ ने कांग्रेस और एआईयूडीएफ के साथ गठबंधन किया है.
तीन चरणों में होगा चुनाव
असम में तीन चरणों में चुनाव किया जाएगा. 27 मार्च को पहले चरण का मतदान होना है. पहले चरण के तहत 47 विधानसभा सीटों पर, दूसरे चरण के तहत 39 विधानसभा सीटों पर एक अप्रैल और तीसरे व अंतिम चरण के तहत 40 विधानसभा सीटों पर छह अप्रैल को मतदान संपन्न होगा. नामांकन की आखिरी तारीख नौ मार्च है. पहले चरण में जिन सीटों पर मतदान होना हैं उनमें माजुली और बोकाखाट विधानसभा सीटें प्रमुख हैं. सोनोवाल माजुली से जबकि अगप के बोरा बोकाखाट से विधायक हैं.
Source : News Nation Bureau