कृषि से जुड़े बिल लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी पास हो गए हैं. राज्यसभा ने कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सरलीकरण) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को मंजूरी दी है. राज्यसभा में ध्वनिमत से बिल पास हुए हैं. विधेयकों पर वोटिंग के दौरान राज्यसभा में विपक्षी दलों का भारी हंगामा देखने को मिला.
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केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि से जुड़े दो अहम विधेयक, कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक को राज्यसभा में रखा. जब नरेंद्र सिंह तोमर विपक्ष के सवालों का जबाव दे रहे थे, इसी दौरान राज्यसभा में विपक्षी दलों ने हंगामा शूरू कर दिया.
विपक्षी दलों के सांसदों ने पुरजोर विरोध करते हुए दोनों विधेयकों को किसानों के हितों के खिलाफ और कॉरपोरेट को फायदा दिलाने की दिशा में उठाया गया कदम करार दिया. विधेयकों को प्रवर समिति में भेजे जाने के प्रस्ताव पर मतविभाजन की मांग को लेकर तृणमूल कांग्रेस और अन्य विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया. नारेबाजी करते विपक्षी दलों के सांसद उपसभापति के आसन तक पहुंच गए.
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हंगामे पर उतारू इन सांसदों ने उप-सभापति के सामने रूल बुक की प्रतियां फाड़ उसके कागाज उछाले. इतना ही नहीं, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन नारेबाजी करते हुए उपसभापति की वेल तक आ गए और फिर उपसभापति से बिल छीनने की कोशिश की. इस दौरान मार्शलों ने बीच बचाव किया तो उपसभापति के सामने रखा माइक टूट गया. मार्शलों ने जब विपक्षी सांसदों को रोकने की कोशिश तो सांसदों ने हाथापाई कर दी. इसके बाद राज्यसभा की कार्रवाई को स्थगित करना पड़ा.
कुछ देर बाद राज्यसभा की कार्रवाई फिर से शुरू हुई. भारी हंगामे, विरोध और नारेबाजी के बीच राज्यसभा ने कृषक उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सरलीकरण) विधेयक 2020, कृषक (सशक्तिकरण और संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 को पास कर दिया. बाद में राज्यसभा की कार्रवाई को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
Source : News Nation Bureau