अगस्ता वेस्टलैंड मामले में ईडी ने दावा किया कि पूछताछ के दौरान बिचौलिये क्रिश्चियन मिशेल ने मिसेज गांधी का नाम लिया. हालांकि ईडी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मिशेल ने किस संदर्भ में मिसेज गांधी का नाम लिया.इसके साथ ही ईडी ने पटियाला हाउस कोर्ट में कहा कि क्रिश्चियन मिशेल ने पुष्टि की है कि कैसे एचएएल को डील से हटा दिया गया था और उसके बाद टाटा को सौदा दिया गया था. साथ ही ईडी ने मिशेल के वकील के प्रवेश को भी बैन करने की मांग की. ईडी ने कहा है कि मिशेल को बाहर से सीखाया जा रहा है.. ईडी ने दावा किया कि मिशेल ने सन ऑफ इटालियन लेडी के साथ जिक्र करते हुए कहा- वो अगला पीएम बनने वाला है.
इससे पहले वीवीआईपी हेलीकाप्टर सौदे मामले में क्रिश्चियन मिशेल की एक चिट्ठी सामने आई थी. इंडिया टुडे के मुताबिक, मिशेल ने मनमोहन सिंह (तत्कालीन प्रधानमंत्री) पर दबाव बनाने के लिए कांग्रेस पार्टी के उच्च नेताओं का सहारा लिया. 28 अगस्त 2009 को यह चिट्ठी फिनमेकैनिका कंपनी के CEO जुगेपी ओरसी को लिखी गई थी. लेटर के मुताबिक, क्रिश्चियन मिशेल को इस सौदे से जुड़ी सभी जानकारियां रक्षा मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय समेत सरकार के वरिष्ठ अधिकारीयों से मिल रही थी. मिशेल को पीएम मनमोहन सिंह और तत्कालीन मैरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन की मुलाकात के बारे में भी जानकारी थी. चिट्ठी में मिशेल ने दावा किया है कि डील को लेकर सुरक्षा मामलों की कैबिनेट बैठक के बारे में भी उसे पूरी जानकारी थी. यहां तक कि प्रधानमंत्री, संयुक्त सचिव और रक्षा सचिव के बीच बातचीत के बारे में मिशेल को जानकारी थी.
19 जुलाई को हिलरी क्लिंटन भारत आईं थी, इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ कई बैठकें की. बैठक के दौरान हिलरी क्लिंटन ने एजेंडा से परे एक बिंदु को उठाया था (भारत 101 क्यों खरीद रहा है. अमेरिका ने इसे रद्द कर दिया है क्योंकि यह असाधारण है. भारत इसे कैसे कर सकता है?)
चिट्ठी में आगे लिखा है कि किसी अज्ञात कारण से अमेरिका के साथ अच्छे संबंध रखने के लिए प्रधामंत्री ने इस मामले को देखने का वादा किया. इसके बाद 30 जुलाई को CCS (सुरक्षा समिति) की बैठक के माध्यम से हम आये. छह दिन पहले उन्होंने हिलेरी से वादा किया था कि वह 101 मामले पर गौर करेंगे. पीएम को अपनी प्रतिष्ठा खोने का खतरा था. नौकरशाह सीसीएस नोट में कोई समस्या नहीं देख पाए. यह जेएस और तत्कालीन रक्षा सचिव के अहंकार के कारण था. दोनों ने सोचा कि उनपर कोई सवाल नहीं उठाएगा.
प्रवर्तन निदेशालय ने शनिवार को दिल्ली की एक अदालत को बताया कि मिशेल अपनी पूछताछ के दौरान अपने वकीलों को इस बारे में पर्चियां दे रहा है कि उसे कांग्रेस की शीर्ष नेता सोनिया गांधी पर सवालों से कैसे निपटना है.
मिशेल को चार दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत प्रत्यर्पित किया गया था. केंद्रीय जांच ब्यूरो और ईडी द्वारा वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदे में तीन बिचौलिए की जांच की जा रही है, जिनमें मिशेल भी शामिल है.
ईडी ने मिशेल के प्रत्यर्पण की मांग करते हुए जनवरी में यूएई अधिकारियों से अनुरोध किया था. ईडी और सीबीआई दोनों ने रिश्वत मामले में भारत की अदालतों में आरोपपत्र दाखिल किए थे और आरोपी के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किए गए थे.
आरोपपत्र में सीबीआई ने घोटाले में शामिल चार भारतीयों के रूप में वायुसेना के पूर्व प्रमुख एस.पी. त्यागी, उनके भतीजे संजीव त्यागी उर्फ जूली, तत्कालीन वायुसेना उप प्रमुख जे.एस. गुजराल और अधिवक्ता गौतम खेतान के नाम दर्ज किए हैं.
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आरोपपत्र में दर्ज अन्य आरोपियों में बिचौलिए मिशेल, हैश्के और गेरोसा के अलावा फिनमेकैनिका के पूर्व सीईओ ग्यूसेप ओर्सी और अगस्ता वेस्टलैंड के पूर्व सीईओ ब्रूनो स्पैगनोलिनी शामिल हैं.
Source : News Nation Bureau