एआईएडीएमके के दोनों गुटों के विलय पर चर्चा के लिये तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई पलानिसामी ने एक 7 सदस्यीय समिति का गठन किया है।
इस समिति की अध्यक्षता राज्यसभा के सांसद आर वैथियालिंगम कर रहे हैं। इस समिति में सी श्री निवासन, केए संगोत्तियन और डी जयकुमार शामिल हैं।
शुक्रवार एआईडीएमके के अम्मा गुट ने बैठक कर पन्नीरसेल्वम की शर्त पर चर्चा की। पन्नीरसेल्वम ने विलय के लिये शर्त रखी है कि शशिकला को पार्टी महासचिव और टीटी दिनकरन को उप महासचिव के पद से हटाया जाए।
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पार्टी मुख्यालय पर पलानिसामी ने पार्टी के कई नेताओं के साथ बैठक कर इस मुद्दे पर चर्चा की।
विलय के लिये पन्नीरसेल्वम ने कड़ी शर्त रखते हुए कहा था कि शशिकला और दिनाकरन समेत उनके सभी 30 रिश्तेदारों को पार्टी के तमाम पदों से हटाया जाए।
कैबिनेट की बगावत के बाद दिनाकरन ने कहा था कि पार्टी के हित में वो अपने पद से हट जाएंगे।
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विलय के लिये पन्नीसेल्वम ने ये भी शर्त रखी है कि पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता की मौत की सीबीआई जांच कराई जाए। पिछले साल 5 दिसंबर को लंबी बीमारी के बाद जयललिता की मौत हो गई थी।
पन्नीसेल्वम गुट के केपी मुनुसामी ने कहा, 'वर्तमान मुख्यमंत्री पलानिसामी तमिलनाडु के मुख्यमंत्री की तरह नहीं बल्कि शशिकला के मुख्यमंत्री की तरह काम कर रहे हैं।'
पलानिसामी गुट ने भी पन्नीरसेल्वम गुट पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव आयोग में की गई शिकायत को वापस लेने की मांग की है।
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Source : News Nation Bureau