द्रमुक समर्थकों द्वारा अपने कार्यकर्ताओं पर हमला करने के विरोध में विपक्षी अन्नाद्रमुक 29 दिसंबर को विरोध रैली आयोजित करेगी. अन्ना द्रमुक के अंतरिम महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने एक बयान में कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं पर द्रमुक कैडरों द्वारा हमला किया जा रहा है और मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन मूकदर्शक बने हैं. उन्होंने एआईएडीएमके करूर प्रेसीडियम के अध्यक्ष और जिला पंचायत सदस्य एस. थिरुविक्का का उदाहरण दिया, जो पूर्व परिवहन मंत्री एम.आर. विजयबास्कर के साथ एक कार में यात्रा कर रहे थे, उन पर द्रमुक कार्यकर्ताओं ने हमला किया और उनका अपहरण कर लिया.
ईपीएस के अनुसार एआईएडीएम नेता पर जिला पंचायत के उपाध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान हमला किया गया था. पूर्व मुख्यमंत्री ने बयान में कहा कि एस. थिरुविक्का को बाद में चुनाव खत्म होने के बाद रिहा कर दिया गया. उन्होंने कहा कि जिस कार में पूर्व परिवहन मंत्री एम.आर. विजयबास्कर यात्रा कर रहे थे उस पर भी लोहे की छड़ों से हमला किया गया था.
उन्होंने यह भी कहा कि एआईएडीएमके करूर जिला आईटी विंग के संयुक्त सचिव के.एन.आर. शिवराज को भी द्रमुक के लोगों ने अगवा कर लिया था और बाद में रिहा कर दिया. एआईएडीएमके कार्यकर्ताओं पर कथित रूप से डीएमके कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किए जाने के कई उदाहरण सामने आए हैं और एआईएडीएमके राज्य नेतृत्व स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं के विरोध कार्यक्रम आयोजित करने के लिए दबाव में था.
Source : IANS