केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा है कि सरकार को 2017-18 में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष टैक्सों से 19 से 20 लाख करोड़ रुपये इकट्ठा होने की उम्मीद है, जिसे कर अनुपालन में सुधार कर और बढ़ाया जा सकता है। सरकार ने 2016-17 में कुल 17.10 करोड़ रुपये टैक्स के जरिए जुटाए, जो पिछले छह सालों में सबसे ज्यादा है।
प्रवर्तन दिवस समारोह में जेटली ने कहा, 'इस वर्ष हमारा लक्ष्य प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष करों के जरिए 19 से 20 लाख करोड़ रुपये जुटाने का है।'
जेटली ने साथ ही यह भी कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि अगर भारत को कर अनुपालन समाज बनाया जाए तो इसमें और वृद्धि हो सकती है।
जेटली ने कहा, 'कर न चुकाने के कारण जनहित एवं देशहित को भारी क्षति पहुंचती है।'
प्रवर्तन निदेशालय से कर न चुकाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए जेटली ने कहा कि सरकारी एजेंसी को उदाहरण पेश करना चाहिए ताकि लोगों को खुद कर चुकाने का फायदा समझ में आए।
जेटली ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में प्रवर्तन निदेशालय उचित राजस्व हासिल करने के लिए कानून का सख्ती से पालन करवाएगा, जो जनहित में भी है और जिसे लोगों को स्वत: कर चुकाने के लिए जागरूक कर हासिल किया जा सकता है।'
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जेटली ने कहा कि खुद कर चुकाने की प्रवृत्ति में इजाफा करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय को दंडित करने की अपनी शक्तियों का तेजी से इस्तेमाल करना चाहिए। जेटली ने कहा कि परिणाम का भय कर अनुपालन को सुनिश्चित कर सकता है।
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Source : IANS