एआईएमआईएम (AIMIM) के नेता वारिस पठान (waris pathan) ने अपने भड़काऊ बयान पर कहा कि मैं माफी नहीं मांग रहा हूं. उन्होंने कहा कि वारिस पठान वह आखिरी व्यक्ति है जो किसी भी धर्म या देश के खिलाफ बोलेगा. मेरे बयान को गलत और तोड़मोड़ कर पेश किया गया है. मैं अपने बयान पर माफी नहीं मांग रहा हूं. भाजपा भारतीयों को अलग करने की कोशिश कर रही है.
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वारिस पठान ने दिया ये भड़काऊ भाषण
बता दें कि वारिस पठान ने गुलबर्ग रैली में कहा, मुसलमानों की संख्या अभी 15 करोड़ है, लेकिन ये 15 करोड़ 100 करोड़ पर भारी हैं, अगर 15 करोड़ साथ में आ गए, तो सोच लो 100 करोड़ का क्या होगा?. उन्होंने CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं को शेरनियां कहा. उन्होंने भीड़ को उकसाते हुए कहा कि हिंदुओं को हिलाना है न, मोदी-अमित शाह की तख्त को गिराना है न? तो आवाज ऐसी बनानी है कि यहां से निकले और सीधे दिल्ली के अंदर गिरे. उन्होंने यह भी कहा कि हम ईंट का जवाब पत्थर से देना जानते हैं.
'सीने पर गोली खाएंगे पर कागज नहीं दिखाएंगे'
एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान (Waris Pathan) यही नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि सीने पर गोली खाएंगे, लेकिन कागज नहीं दिखाएंगे. जो लोग सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वो लोग इस देश के संविधान को बचाने निकले हैं. वे लोग इस देश के लोकतंत्र को बचाने निकले हैं और वे लोग इस देश के सेकुलरिज्म को बचाने निकले हैं.
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'100 करोड़ हिन्दुओं पर होना है हावी'
अपने भाषण के अंत में वारिस पठान ने भीड़ को आजादी के मायने बताते हुए कहा कि हमें 100 करोड़ हिंदुओं पर हावी होना है, इसके लिए मुसलमानों को एकजुट होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आजादी लेनी पड़ेगी...और जो चीज मांगने से नहीं मिलती, उसे छीननी पड़ती है. अब वक्त आ गया है.
भड़काऊ बयान के बाद बोले वारिस पठान- मैं माफी नहीं मांगूंगा, BJP भारतीयों को अलग...
एआईएमआईएम (AIMIM) के नेता वारिस पठान (waris pathan) ने अपने भड़काऊ बयान पर कहा कि मैं माफी नहीं मांग रहा हूं.
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एआईएमआईएम (AIMIM) के नेता वारिस पठान (waris pathan) ने अपने भड़काऊ बयान पर कहा कि मैं माफी नहीं मांग रहा हूं. उन्होंने कहा कि वारिस पठान वह आखिरी व्यक्ति है जो किसी भी धर्म या देश के खिलाफ बोलेगा. मेरे बयान को गलत और तोड़मोड़ कर पेश किया गया है. मैं अपने बयान पर माफी नहीं मांग रहा हूं. भाजपा भारतीयों को अलग करने की कोशिश कर रही है.
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वारिस पठान ने दिया ये भड़काऊ भाषण
बता दें कि वारिस पठान ने गुलबर्ग रैली में कहा, मुसलमानों की संख्या अभी 15 करोड़ है, लेकिन ये 15 करोड़ 100 करोड़ पर भारी हैं, अगर 15 करोड़ साथ में आ गए, तो सोच लो 100 करोड़ का क्या होगा?. उन्होंने CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं को शेरनियां कहा. उन्होंने भीड़ को उकसाते हुए कहा कि हिंदुओं को हिलाना है न, मोदी-अमित शाह की तख्त को गिराना है न? तो आवाज ऐसी बनानी है कि यहां से निकले और सीधे दिल्ली के अंदर गिरे. उन्होंने यह भी कहा कि हम ईंट का जवाब पत्थर से देना जानते हैं.
'सीने पर गोली खाएंगे पर कागज नहीं दिखाएंगे'
एआईएमआईएम के नेता वारिस पठान (Waris Pathan) यही नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि सीने पर गोली खाएंगे, लेकिन कागज नहीं दिखाएंगे. जो लोग सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, वो लोग इस देश के संविधान को बचाने निकले हैं. वे लोग इस देश के लोकतंत्र को बचाने निकले हैं और वे लोग इस देश के सेकुलरिज्म को बचाने निकले हैं.
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'100 करोड़ हिन्दुओं पर होना है हावी'
अपने भाषण के अंत में वारिस पठान ने भीड़ को आजादी के मायने बताते हुए कहा कि हमें 100 करोड़ हिंदुओं पर हावी होना है, इसके लिए मुसलमानों को एकजुट होने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि आजादी लेनी पड़ेगी...और जो चीज मांगने से नहीं मिलती, उसे छीननी पड़ती है. अब वक्त आ गया है.