एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ ने शुक्रवार को लड़ाकू विमान मिग-21 को उड़ाया. धनोआ ने तमिलनाडू के सुलूर में फाइटर प्लेन को उड़ाया. उन्होंने पाकिस्तान से सटी सीमा का जायजा भी लिया. उन्होंने पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती उत्तरलाई एयर बेस से इस विमान को अकेले उड़ाया. उन्होंने यह साबित किया कि अभी भी इस विमान में काफी दम है.
वायुसैनिकों के साथ किया संवाद
एयर चीफ का पद संभालने के बाद पहली बार पश्चिमी सीमा के महत्वपूर्ण उत्तरलाई एयर बेस के दौरे पर पहुंचे. धनोआ ने वायुसैनिकों के साथ संवाद भी किया. उन्होंने वायु सैनिकों से कहा कि आज भी मिग-21 बेहतरीन फाइटर प्लेन है. बता दें कि इंडियन एयर फोर्स के पास सबसे अधिक संख्या में मिग श्रेणी के ही विमान हैं. एयर फोर्स में अपने 37 वर्ष के लंबे कार्यकाल के दौरान एयर चीफ लंबे समय तक मिग-21 को उड़ा चुके हैं. कारगिल युद्ध के दौरान उन्होंने इसी तरह से विमान से कई उड़ान भरकर दुश्मन के ठिकानों पर लगातार हमला बोला था.
2018 में फाइटर जेट मिग 21 क्रैश हो गया था
बता दें कि 2018 के जुलाई में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा इलाके में एयरफोर्स का फाइटर जेट मिग 21 क्रैश हो गया था. जिसके बाद विमान के पायलट की मौत हो गई थी. विमान के एक खेत में गिरते ही उसमें आग लग गई थी. विमान के कुछ हिस्से दूसरे इलाके में भी पाए गए थे. खबरों के मुताबिक विमान में एक पायलट सवार था, लेकिन हादसे वाली जगह के आसपास उसकी मौजूदगी नहीं होने से एयरफोर्स के अधिकारी चिंतित हो गए थे. ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि विमान के पायलट को पहले ही खराबी का पता चल गया होगा, जिससे वो विमान के क्रैश होने से पहले ही बाहर निकल गया हो.
HIGHLIGHTS
- एयर चीफ ने उड़ाया मिग 21 लड़ाकू विमान
- वायुसैनिकों के साथ किया संवाद
- उड़ाने के बाद बोले धनोआ, अभी बहुत दम है इसमें