एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने आज वायुसेना मुख्यालय में स्वर्गीय मार्शल अर्जन सिंह की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान उन्होंने कहा, बालाकोट हवाई हमलों में तकनीक भारत के पक्ष में थी और अगर समय पर राफेल लड़ाकू विमान मिल जाते तो परिणाम देश के और भी पक्ष में होते.
Air Chief Marshal BS Dhanoa: In Balakot operations, we had technology on our side as we could launch precision stand off weapons with great accuracy. In subsequent engagement, we came out better because we had upgraded our MiG-21 Bisons & Mirage-2000 aircraft (file pic) pic.twitter.com/FratZ2lFjJ
— ANI (@ANI) April 15, 2019
वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा, बालाकोट अभियान में, हमारे पास प्रौद्योगिकी थी और हम बड़ी सटीकता के साथ हथियारों का इस्तेमाल कर सके. बाद में हम बेहतर हुए हैं, क्योंकि हमने अपने मिग -21, बिसॉन और मिराज-2000 विमानों को उन्नत बनाया था. उन्होंने आगे कहा, यदि हमने समय पर राफेल विमान को शामिल कर लिया होता तो परिणाम हमारे पक्ष में और भी हो जाते.
Air Chief Marshal BS Dhanoa said this while delivering the Arjan Singh memorial lecture in IAF auditorium Subroto Park(Delhi) earlier today https://t.co/z5pJYUv3Uu
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बता दें कि 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय वायुसेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट क्षेत्र में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी शिविर पर हवाई हमला किया था. पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
IAF Chief:Post our strike on terror training camp, to thwart impending strike on our soil, PAF launched a riposte on 27 Feb against Indian military targets. Did they succeed in their objective? Answer is clear ‘No’ as attack was thwarted while we achieved our objective in Balakot https://t.co/uE70CXqtCy
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धनोआ ने कहा, राफेल और एस-400 जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली को शामिल किए जाने के प्रस्ताव के तहत अगले दो से चार वर्ष में फिर से तकनीकी संतुलन हमारे पक्ष में आ जाएगा, जैसा 2002 में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान हुआ था.
Results skewed in our favour if we had Rafale: IAF Chief Dhanoa on Feb 27th dogfight
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आईएएफ के दिवंगत मार्शल अर्जन सिंह की जन्म शताब्दी के मौके पर ‘2040 के दशक में एयरोस्पेस पावर: प्रौद्योगिकी का प्रभाव' विषय पर संगोष्ठी यहां सुब्रतो पार्क में आयोजित की गई थी. वायुसेना प्रमुख ने कहा, यह कार्यक्रम भारतीय वायुसेना मार्शल अर्जन सिंह को एक श्रद्धांजलि है.
Source : News Nation Bureau