एयर चीफ मार्शल (ACM) राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने गुरुवार को एचटीटी -40 ट्रेनर में उड़ान भरी. उनके इस कमद को स्वदेशीकरण के समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है. वायुसेना प्रमुख ने बेंगलुरु स्थित एचएएल के एयरपोर्ट से उड़ान भरी और करीब एक घंटे तक विमान उड़ाया. इस दौरान उन्होंने विमान की क्षमताओं को जानने की कोशिश की. इसके बाद हिन्दुस्तान एरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) ने ट्वीट कर लिखा कि इस प्रोटोटाइप में उड़ान भरने वाले आरकेएस भदौरिया पहले एयर चीफ मार्शल हैं.
यह भी पढ़ेंः महाराष्ट्र में सरकार बनाने का फॉर्मूला तैयार, अब तीनों पार्टियों के हाईकमान तय करेंगे ये
एचएएल ने एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया के विमान उड़ाते हुए कुछ तस्वीरें और वीडियो भी ट्वीट किए हैं. एचएएल की ओर से अभी भी विमान का विकास जारी किया गया है. भारतीय वायुसेना प्रमुख लंबे समय से स्वदेशी ट्रेनर विमान परियोजना से जुड़े हुए हैं, क्योंकि वायुसेना के उप प्रमुख थे तब उन्होंने इसे पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया था. वायु सेना भी अपने प्रशिक्षण बेड़े को एचएएल से इन विमानों की एक बड़ी संख्या का आदेश देने की योजना बना रही है, जो फिलहाल स्विस पिलाटस विमानों का उपयोग कर रही है.
यह भी पढ़ेंः लोगों के लिए बड़ी खुशखबरीः भारत में बढ़ेगी सैलरी और पाकिस्तान में आएगी कंगाली, जानें क्यों
देशी एचटीटी-40 बेसिक प्रशिक्षण विमानों को बड़ी संख्या में भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा. इससे एयरफोर्स की घरेलू क्षमता में इजाफा होगा. खास बात यह है कि पहले ये विमान स्विट्जरलैंड से खरीदने की योजना थी. भारतीय वायुसेना ऐसे कम से कम 70 ऐसे विमानों को खरीदने को प्रतिबद्ध है. इस विमान का उपयोग तीनों सेनाओं के सभी फ्लाइंग कैडेट को पहले चरण का प्रशिक्षण देने में किया जाएगा.