केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को यहां कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी का स्वर वही है, जो पाकिस्तान में चल रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भी नहीं चाहता कि राफेल सौदा पूरा हो और भारत की वायुसेना की शक्ति बढ़े. प्रसाद ने कहा कि 10 साल संप्रग सरकार के निकम्मेपन के कारण देश की वायुसेना मजबूत नहीं हो पाई. प्रसाद ने यहां भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'भारत की वायुसेना में नए हवाई जहाजों की कमी है. नए विमान मिले इसके लिए दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने कोशिश की. 2004 में हम चुनाव हार गए और कांग्रेस सत्ता में आई तो 2014 तक कांग्रेस ने इस ओर नहीं सोचा.'
उन्होंने कांग्रेस नेता और गांधी परिवार पर आरोप लगाते हुए कहा, "किसी भी वेपन सिस्टम में जबतक दक्षिणा नहीं मिलती, तबतक वे (कांग्रेस) उसमें हाथ नहीं डालते. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति के बीच 36 विमान खरीदने का तय हुआ. राजग ने प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में जिस दाम को तय किया, वह संप्रग से नौ प्रतिशत कम है."
छत्तीसगढ़ के बीजापुर में शहीद हुए चार जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा, "जो बंदूक की गोली से बात करता है, उससे शांतिवार्ता संभव नहीं. हमारे जवानों और पुलिस की शहादत बेकार नहीं जाएगी. हम उन्हें नमन करते हैं, श्रद्धाजंलि देते हैं. हमारी सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर नक्सलवाद कम करने में बड़ी भूमिका निभाई है. 150 जिले नक्सल प्रभावित थे, जो अब सिमट कर 80 रह गए हैं."
उन्होंने नक्सलियों से सवाल किया, "वे कहते हैं कि सत्ता बंदूक की नली से आती है, तो आम आदमी इसमें कहा है, उनकी सुरक्षा कैसे?"
दंतेवाड़ा दौरा रद्द होने पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सुरक्षा कारणों से दंतेवाड़ा के कार्यक्रम रद्द किए गए हैं. हमें सुरक्षा के मामले में संदेश आया, इसका हमने सम्मान किया है. उन्होंने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं से भी सवाल किया कि नक्सली मारे जाते हैं तो बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, लेकिन जवान और पुलिस की शहादत पर ये कहां चले जाते हैं?
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस नेता शशि थरूर को छुटभैया नेता कहा. छुटभैया शब्द को उन्होंने व्यंग्य बताते हुए कहा, "शशि थरूर हिन्दू देवी-देवताओं का अपमान करते हैं, शिवलिंग पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मध्यप्रदेश के उज्जैन में भगवान शिव के दर्शन करने जाते हैं. राहुल गांधी को नई शिवभक्ति की शुभकामना."
राम मंदिर के सवाल पर उन्होंने कहा, "राम मंदिर के मुद्दे को चुनाव से नहीं जोड़ऩा चाहिए. सबकी अपेक्षा इससे जुड़ी है. राम मंदिर मामले में हमें न्यायालय पर भरोसा है. इस पर किसी तरह की टिप्पणी नहीं करना चाहता."
Source : IANS