अब निजी चैनलों को भी अंग्रेजी और हिन्दी भाषा में आकाशवाणी और 'ऑल इंडिया रेडियो' (एआईआर) के समाचारों के प्रसारण की अनुमति दी जाएगी. सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मंगलवार को यह सुविधा शुरू की. निजी एफएम चैनल बिना कांट-छांट के आकाशवाणी के समाचारों का प्रसारण कर पाएंगे और इस साल 31 मई तक परीक्षण के आधार पर यह सेवा मुफ्त में उपलब्ध कराई जाएगी.
परीक्षण काल में नियम और शर्तों के अनुसार, निजी एफएम प्रसारकों से अशांत या सीमा और नक्सलवाद प्रभावित क्षेत्रों में प्रसारण से बचने को कहा गया है. सूचना एवं प्रसारण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि इस कदम से नागरिकों का सशक्तिकरण होगा.
उन्होंने कहा, 'यह नागरिक के रूप में मेरा सशक्तिकरण करता है. एक लोकतंत्र में किसी को और क्या चाहिए? हम अपने नागरिकों को जागरूक बनाने और उनका सशक्तिकरण करने में सक्षम होना चाहिए. इसे बहुत पहले मंजूरी मिल गई थी और मैं सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों को इसे आगे बढाने के लिए बधाई देना चाहता हूं.'
उन्होंने कहा कि 'ऑल इंडिया रेडियो' और प्रसार भारती कीमतों पर चर्चा के चरण में हैं. 'एसोसिएशन ऑफ रेडियो ऑपरेटर्स ऑफ इंडिया' की प्रमुख अनुराधा प्रसाद ने लंबी अवधि से अटकी निजी रेडियो प्रसारकों की उनके प्लेटफार्म पर समाचार प्रसारित करने की मांग को स्वीकार करने के लिए सरकार को धन्यवाद दिया.
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बता दें कि कुछ दिन पहले प्रसार भारती ने ऑल इंडिया रेडियो के राष्ट्रीय चैनल और पांच शहरों में रीजनल ट्रेनिंग एकेडमी को तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला लिया है. ऐसा खर्चों में कटौती के लिए किया गया है.
Source : News Nation Bureau